उत्तरकाशी: भटवाड़ी ब्लॉक के तिहार गांव के भेड़पालकों के 100 से ज्यादा भेड़-बकरियां बोल्डरों की चपेट में आने से मर गईं. बुधवार दोपहर ग्राम जसपुर के जंगल में चुगान के बाद अपने डेरे में वापस लौट रही भेड़-बकरियां बड़ी चट्टान की चपेट में आकर जिंदा दफन हो गई. हादसे की सूचना जैसे ही गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान को लगी तो उन्होंने डीएम अभिषेक रुहेला व एसडीएम भटवाड़ी सीएस चौहान को घटना का तत्काल संज्ञान लेने को कहा.
उत्तरकाशी: जसपुर के जंगल में अचानक हुई बोल्डरों की बरसात, चपेट में आने से 100 से अधिक मवेशी जिंदा दफन
उत्तरकाशी के तिहार गांव की 100 से ज्यादा भेड़-बकरियों की बोल्डरों की चपेट में आने से मौत हो गई. भेड़ पालक अपने मवेशियों को लेकर चुगान के लिए गए थे. घटना की जानकारी पर जिला प्रशासन ने खोज बचाव अभियान शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, तिहार गांव के भेड़पालक करन सिंह रावत, राजवीर रावत, धनपाल सिंह रावत, रतन सिंह और अरविंद सिंह अपने भेड़-बकरियों को चुगान के लिए हर्षिल घाटी के जसपुर गांव के जंगलों में गए थे. बुधवार दोपहर बाद भेड़पालक अपने भेड़-बकरियों को लेकर चुगान के बाद डेरे की ओर वापस ला रहे थे. तभी अचानक रास्ते में पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डरों की बरसात होने लगी. कई बड़े-बड़े बोल्डर तेज गति से नीचे आने लगे. घटना में भेड़ पालकों की 100 से अधिक भेड़-बकरियां बोल्डरों की चपेट में आ गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
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घटना की सूचना भेड़पालकों ने अपने गांव वासियों को दी. इसके बाद ग्रामीणों ने घटना की सूचना गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान को दी. सुरेश चौहान ने जिला प्रशासन से वार्ता कर जल्द ही खोज-बचाव अभियान चलाने के लिए कहा है. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि हादसे की जानकारी ली जा रही है. ग्रामीणों ने भेड़ पालकों को मुआवजा देने की मांग की.