उत्तरकाशी: सरकार देश के हर कोने को डिजिटल इंडिया बनाने का दावा कर रही हैं, लेकिन इन दावों की धरातल पर हकीकत कुछ और ही है. इन दावों की असल हकीकत बयां कर रहे हैं भटवाड़ी विकासखंड के उपला टकनौर के सीमावर्ती तीन गांव. जहां मोबाइल टावर तो लगा, लेकिन वह शोपीस बनकर रह गया. ग्रामीणों को इस सेवा का लाभ आज तक नहीं मिल पाया है. जिस कारण इन तीन गांव के ग्रामीणों को आज भी संचार सेवा का प्रयोग करने के लिए तीन से चार किमी दूर जाना पड़ता है.
भारत-चीन सीमा पर स्थित उपला टकनौर के तीन गांव जसपुर, झाला और पुराली के लोगों की मांग पर सरकार ने मोबाइल टावर तो लगवा दिया था, लेकिन वह अभी भी शोपीस बना हुआ है. जिससे गुस्साए क्षेत्र के युवा रविवार को जसपुर के नजदीक शोपीस बने टावर के नीचे एकत्रित हुए, जहां पर युवाओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीण युवाओं का कहना है कि एक ओर सरकार सीमावर्ती गांवों को सशक्त करने की बात कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में एक मोबाइल नेटवर्क की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.