उत्तरकाशी:भगवान शिव के महापर्व शिवरात्रि के लेकर भोले की नगरी उत्तरकाशी में पूरी तैयारी हो चुकी है. फाल्गुन माह की त्रयोदशी को शिवरात्रि मनाई जाती है. इस दौरान भोलेनाथ का बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में चार पहर अभिषेक किया जाता है. मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर जो भक्त बाबा काशी विश्वनाथ से सन्तान प्राप्ति की कामना करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है.
केदारखंड के स्कन्दपुराण में वर्णन है कि 'इदम तदम काशी मत पुरी भेद वर्जयते' अर्थात वाराणसी की काशी और उत्तरकाशी में किसी प्रकार का अंतर नहीं है. बाबा काशी विश्वनाथ के महंत अजय पुरी के अनुसार भगवान शिव ने सतयुग में ही भविष्यवाणी कर दी थी. जब कलयुग में वाराणसी की काशी शापित होगी. उस समय भगवान हिमालय में अपना स्थान बनाएंगे.