उत्तरकाशी: उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदल चुका है. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश से ठिठुरन बढ़ने लगी है. सोमवार की सुबह केदारनाथ, बदरीनाथ सहित गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में जमकर बर्फबारी हुई है.
बर्फ की चादर में ढका गंगोत्री धाम. 15 नवंबर को गंगोत्री धाम और 16 नवंबर यानी आज यमुनोत्री धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में लगातार बर्फबारी जारी है. दोनों ही धाम बर्फ से ढक गए हैं. दोनों धाम शीतकालीन प्रवास भी बर्फ के आगोश में हैं. गंगोत्री धाम में बर्फबारी का स्थानीय लोग जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.
यमुनोत्री धाम में बर्फबारी. वहीं, गंगोत्री धाम में भारी बर्फबारी के बीच कलकल बहती गंगा की अनोखी छठा भी देखी जा सकती है. बर्फबारी के बाद गंगोत्री धाम में न्यूनतम तापमान -9 डिग्री सेल्सियस और उच्चतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. वहीं, यमुनोत्री धाम में तापमान न्यूनतम -11 डिग्री सेल्सियस और उच्चतम -3 डिग्री सेल्सियस है.
गंगोत्री धाम में बर्फबारी. ये भी पढ़ें:मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा ने ओढ़ी बर्फ की चादर
ऊंचे पहाड़ों के साथ-साथ उसके आसपास के निचले इलाकों में भी बर्फबारी की वजह से सर्दी बढ़ गई है. पहाड़ी इलाकों से चलने वाली ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है. ठंडी हवाओं से पारा काफी नीचे गिर गया है. लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं.