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पुरोला: पार्क क्षेत्र में हरे देवदार के पेड़ों पर चली आरियां, पार्क प्रशासन बेखबर - पुरोला के गोविंद वन्य जीव पशु विहार में अवैध पातन का कार्य जोरों पर

उत्तरकाशी के पुरोला के पार्क क्षेत्र में इन दिनों अवैध पातन का कार्य जोरों पर किया जा रहा है और पार्क प्रशासन बेखबर है. ऐसे में सरकार को प्रति वर्ष करोड़ों रुपए का घाटा हो रहा है.

purola green tree cutting
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Published : Mar 2, 2021, 10:56 PM IST

Updated : Mar 3, 2021, 2:28 PM IST

पुरोला: गोविंद वन्य जीव पशु विहार इलाके में इन दिनों अवैध पातन का कार्य जोरों पर है. रेंज कार्यालय से महज़ 100 मीटर की दूरी पर ही दर्जनों देवदार के हरे पेड़ों पर आरियां चला दी गईं और विभागीय अधिकारी बेखबर रहे.

पार्क क्षेत्र में हरे देवदार के पेड़ों पर चली आरियां.

गोविंद वन्य जीव पशु विहार इलाके के सांकरी रेंज के रेंज कार्यालय से महज 100 मीटर की दूरी पर ही दर्जनों हरे देवदार के पेड़ों का अवैध पातन किया जा रहा है और विभागीय अधिकारियों को भनक भी नहीं है. आपको बताते चलें कि पार्क क्षेत्र में जहां सरकार ने स्थानीय लोगों के हक-हकूक, चारापत्ती तक प्रतिबंध किया हुआ है, वहीं अधिकारियों की मिलीभगत के चलते वन माफियों ने रेंज ऑफिस के नजदीक हरे पेड़ों पर ही आरियां चलाई गई हैं, जो पार्क प्रशासन के कार्य पद्धति पर सवालिया निशान खड़े कर रही है.

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वहीं, पार्क के छोटे कर्मचारी अवैध पातन का जुर्माना 2 से 3 हजार रुपए काटते तो हैं पर बड़े अधिकारी उस अवैध सामग्री को जब्त नहीं करते, जिससे प्रति वर्ष सरकार को करोड़ों रुपए का घाटा हो रहा है. पार्क के उपनिदेशक का कहना है कि वो जुर्म तो काटते हैं, लेकिन किसी भी रेंज में जब्त की गई लकड़ी दिखती नजर नहीं आती.

उधर, पार्क क्षेत्र के अधिकारियों व वन माफियों की मिलीभगत के चलते प्रति वर्ष जहां सरकार का खजाना खाली ही रहता है, वहीं पार्क क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब असहाय लोगों को अपने हक-हकूक से वंचित रखा जा रहा है और वन माफिया के लिए सारे नियम ताक पर हैं.

Last Updated : Mar 3, 2021, 2:28 PM IST

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