उत्तरकाशी:भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के लक्ष्य को देखते हुए कांग्रेस विधायक राजकुमार को घर वापसी करवाकर कांग्रेस को कमजोर करने का काम किया है. साथ ही अनुसूचित जाति के वोटबैंक को आकर्षित करने की कोशिश की है. तो वहीं, पुरोला विधानसभा से दो बार भाजपा के टिकट से विधायक रह चुके पूर्व विधायक मालचंद ने कहा है कि वो 2022 में चुनाव जरूर लड़ेंगे. ऐसे में मालचंद का ये फैसला कहीं न कहीं भाजपा की चुनाव समिति के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन सकता है.
बीजेपी के पूर्व विधायक मालचंद ने साफ किया है कि वह हमेशा भाजपा के सिपाही के रूप में कार्य करते रहे हैं और करते रहेंगे. ऐसे में सियासी कयासबाजी लगाई जा रही है कि अगर बीजेपी साल 2022 के चुनाव में मालचंद का टिकट काटती है और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए राजकुमार को टिकट देती है, तो बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं.
पुरोला विधानसभा के कांग्रेस विधायक राजकुमार की घर वापसी बाद भाजपा के दो बार के पूर्व विधायक मालचंद ने मीडिया के सामने अपनी चुप्पी तोड़ी है. पूर्व विधायक मालचंद ने कहा है कि 2002 से भाजपा के सिपाही हैं और उन्होंने एक सच्चे सिपाही के रूप में हमेशा सेवा की है. पार्टी ने उनपर विश्वास भी जताया है. इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि उन्हें पार्टी टिकट देगी. लेकिन इशारों-इशारों में मालचंद ने पार्टी को यह संकेत भी दिए हैं कि अगर उनका टिकट कटता है, तो वह व्यक्तिगत तौर पर चुनाव लड़ेंगे.
मालचंद के बयान के तो यही लगता है कि अगर उनकी भाजपा में अनदेखी होती है. तो अन्य रास्ते भी अपनाए जा सकते हैं. हालांकि, कांग्रेस में शामिल होने के सवाल को उन्होंने स्थिति साफ करते हुए कहा कि वह हमेशा भाजपा के सिपाही ही रहेंगे. साथ ही राजकुमार का भाजपा में शामिल होने पर उन्होने स्वागत किया और कहा कि भाजपा का कुनबा बढ़ा है.