पुरोला: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जहां पूरे देश की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है. वहीं, अन्नदाता भी इससे अछूते नहीं है. पुरोला में ओलावृष्टि ने मटर की फसल को बर्बाद कर दिया. काश्तकारों ने सरकार से मटर की क्षतिपूर्ति के लिए उचित मुआवजे की मांग की है.
उत्तरकाशी जनपद की रवाई घाटी में लगभग 2000 हेक्टेयर भूमि पर मटर की खेती की जाती है. लेकिन इस बार बे-मौसमी बरसात और ओलावृष्टि ने मटर की पूरी फसल बर्बाद कर दी. साथ ही अन्य फसलों को भी काफी क्षति पहुंची है. जिससे आम काश्तकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर किसानों की खेती-बाड़ी पर पड़ रहा है तो सरकार को चाहिए कि किसानों के लिए कोई ठोस नीति बनाकर इनके आर्थिक नुकसान की भरपाई को पूरा किया जा सके.