उत्तरकाशी: पाली गांव में निर्माण कार्यों की जांच के दौरान हुई मारपीट और गाली गलौज का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. नौगांव ब्लॉक मुख्यालय में जहां कर्मचारी ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं, वहीं बड़कोट तहसील में ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बीडीओ व वीडीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एसडीएम के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजकर तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है.
पाली गांव में निर्माण कार्य की जांच के दौरान मारपीट का मामला, कर्मचारियों का धरना जारी
उत्तरकाशी के पाली गांव में निर्माण कार्यों की जांच के दौरान हुई मारपीट और गाली गलौज का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. नौगांव ब्लॉक मुख्यालय में जहां कर्मचारी ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई दिनों से धरने पर बैठे हैं, वहीं बड़कोट तहसील में ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस प्रदर्शन किया.
गुस्साए ग्रामीणों ने कहा कि पाली गांव के ग्रामीण के साथ अभद्रता करने वाले ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई कर निलंबित किया जाये. साथ ही निर्माण कार्यों में हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच हो. ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि वीडियो बनाना गलत नहीं है. यह ग्रामीणों की अभिव्यक्ति की आजादी का हनन था.ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में पलायन: 1,702 गांव हुए घोस्ट विलेज, 1.18 लाख लोग छोड़ चुके पहाड़
प्रदर्शन करने वाले ग्रामीणों में हरदेव राणा, घनश्याम नौटियाल, अरविंद सिंह, मुलक राज, गोविंद सिंह, संतोष बडोनी, जगमोहन सिंह, सूर्य प्रसाद, मनोज प्रसाद, मनवीर रावत, अनुसूया प्रसाद, ब्रह्मानंद, विजय राणा, राजेन्द्र नौटियाल आदि थे. उधर, मामले में उप जिलाधिकारी देवानंद ने बताया कि भ्रष्टाचार की जांच को लेकर एक समिति का गठन किया जाएगा. दूसरी तरफ नौगांव में कर्मचारियों का धरना जारी रहा. ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारी धरने पर हैं.