उत्तरकाशीःराज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए एक गाइडलाइन जारी की है. जिसमें यात्री एक दिन से ज्यादा धाम या यात्रा मार्ग पर नहीं रुक सकता है. साथ ही 65 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति चारधाम यात्रा पर नहीं जा सकेंगे. जबकि, बुजुर्गों के लिए चारधाम तीर्थयात्रा का विशेष महत्व माना जाता है.
चारधाम यात्रा पर पहले बुजुर्ग ही जाते थे, लेकिन अब तीर्थयात्रा के साथ पर्यटन भी जुड़ गया है. जिससे चारधाम यात्रा के स्वरूप में थोड़ा बदलाव देखा गया है. जानकार बताते हैं कि पारिवारिक जीवन की सभी जिम्मेदारी को निभा कर देश के विभिन्न राज्यों से बुजुर्ग चारधाम की यात्रा पर निकलते थे. वहीं, बुजुर्ग व्यक्ति सभी सांसारिक मोह माया को छोड़कर गौदान आदि कर यात्रा पर निकलते थे. क्योंकि, अब वो सभी सांसरिक सुखों को भोगकर अंत में परमात्मा से मन लगाने चारों धामों की यात्रा करते थे. आज समय के साथ यात्रा का स्वरूप बदला है, लेकिन आज भी चारधाम का महत्व बुजुर्गों के लिए विशेष रहता है. हर साल देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों बुजुर्ग चारधाम यात्रा पर आते हैं.