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कार्यशाला में बताया कथक का प्रकृति से संबंध, ऐसे बचा सकते हैं पर्यावरण - उत्तरकाशी न्यूज

इंटर कॉलेज साल्ड उत्तरकाशी में ईको क्लब की ओर से कथक नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया गया.

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Published : Mar 20, 2021, 9:01 AM IST

Updated : Mar 20, 2021, 9:40 AM IST

उत्तरकाशी: राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में ईको क्लब की ओर से कथक नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया गया. कथक नृत्य कार्यशाला में कथक नर्तक और कथक धरोहर संस्था दिल्ली के संस्थापक सदानन्द विश्वास ने छात्र-छात्राओं से कहा कि प्रकृति ही उन्हें सभी प्रकार की सीख देती है. साथ ही कथक नृत्य पूरी तरह से ही प्रकृति के हर स्वरूप से ही मिलकर बना है. उन्होंने कहा कि प्रकृति ही हमारी गुरु और मां है. इसलिए हमें प्रकृति को बचाने के लिए अपनी मां जैसा ही प्रेम करना होगा.

कथक नृत्य कार्यशाला

भटवाड़ी विकासखंड के राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में आयोजित कथक नृत्य कार्यशाला में कथक नृत्यांगना हैपी विश्वास और सुजाता भास्कर ने छात्र-छात्राओं को कथक नृत्य की बारीकियों की जानकारी दी. साथ ही मंच पर कथक नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी. कथक नर्तक सदानंद विश्वास ने छात्र-छात्राओं को कथक नृत्य की सभी विधाओं से रूबरू करवाया. जिससे कि अधिक से अधिक युवा कथक नृत्य में भविष्य बना सकते हैं.

इको क्लब ने किया कथक नृत्य कार्यशाला का आयोजन.

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ईको क्लब के इंचार्ज कृष्णा नन्द बिजल्वाण ने कहा कि कथक नर्तकों ने छात्रों को बताया कि कथक नृत्य में जितनी भी विधाएं होती हैं, वह प्रकृति के नदी, झरनों, लहरों आदि से संबंधित होती हैं. बिजल्वाण ने बताया कि छात्र-छात्राओं को बताया गया कि किस प्रकार हर स्वरूप को प्रकृति से जोड़कर अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं.

Last Updated : Mar 20, 2021, 9:40 AM IST

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