उत्तरकाशी:गंगा भागीरथी के उद्गम स्थल गंगोत्री ग्लेशियर के मुहाने गोमुख के पास कोई झील नहीं बनी है. वहां से लौटी आपदा प्रबंधन की टीम ने रेकी करने के बाद ये रिपोर्ट दी है. वहां जमा भारी मलबे से झील बनने की आशंका को लेकर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और गंगोत्री नेशनल पार्क की टीम ने गोमुख पहुंचकर हालात का जायजा लिया.
गोमुख का निरीक्षण करके लौटी टीम
गोमुख का निरीक्षण करके लौटी टीम के बताया कि गोमुख में कोई झील नहीं बनी है. वर्ष 2017 में नीला ताल टूटने से आया मलबा जमा होने से नदी का बहाव पथ बदल गया है. वर्ष 2017 में गंगोत्री ग्लेशियर क्षेत्र में नीला ताल टूटने के कारण पानी के साथ भारी मलबा आया और ग्लेशियर के मुहाने गोमुख में फैल गया था.
दिल्ली निवासी अजय गौतम ने दायर की थी जनहित याचिका
दिल्ली निवासी अजय गौतम ने नैनीताल हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. गौतम ने गोमुख में झील बनने और इससे खतरे की आशंका जताते हुए जनहित याचिका दायर की थी. इस पर नैनीताल हाईकोर्ट ने इसी 17 नवंबर को उत्तराखंड सरकार को क्षेत्र की रेकी कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे.