उत्तरकाशी: दयारा बुग्याल में इस साल 17 अगस्त को बटर फेस्टिवल का आयोजन (Historic Butter Festival organized) किया जाएगा, जबकि 16 अगस्त को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. इस त्यौहार के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. करीब 11 हजार फीट की ऊंचाई पर हर वर्ष ग्रामीण दूध और मक्खन की होली खेलते हैं. जिसमें ग्रामीणों के साथ सैकड़ों यात्री भी इस अंढूड़ी त्यौहार का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं.
16 अगस्त को लोक कलाकार देंगे प्रस्तुति:दयारा पर्यटन उत्सव समिति के अध्यक्ष मनोज राणा ने बताया कि बटर फेस्टिवल के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है. 16 अगस्त को लोक कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुती देंगे और 17 अगस्त को माखन की हांडी को फोड़ने की पंरपरा निभाई जाएगी. जिसके बाद रासो तांदी नृत्य का भी आयोजन किया जाएगा. उन्होंने ने बताया कि इस वर्ष प्रयास किया जाएगा कि स्थानीय युवाओं को इस मेले के जरिए रोजगार के साथ जोड़ा जाए. वन विभाग से दयारा ट्रैक पर साइन बोर्ड लगाने की मांग की है. इस त्यौहार में इस साल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शिरकत कर सकते हैं.
गोबर से खेली जाती थी होली: पहले इस होली को गाय के गोबर से खेला जाता था. बाद में अढूंड़ी उत्सव को पर्यटन से जोड़ने के बाद ग्रामीणों ने मक्खन और मट्ठे की होली (Butter and Whey Holi) खेलना शुरू कर दिया. इस वजह से अढूंड़ी उत्सव को बटर फेस्टिवल के रूप में पहचान मिली है. इस बटर फेस्टिवल में ग्रामीण प्रकृति के प्रति कृतज्ञता जताते हैं.