उत्तरकाशीःमनेरी भाली जल विद्युत परियोजना फेज-2 के तहत उत्तरकाशी से धरासू पावर हाउस तक बनी सुरंग में रिसाव हो रहा है. इससे मरगांव और चमियारी गांव में खेती को काफी नुकसान पहुंचा है. लगातार हो रहे पानी के रिसाव से ग्रामीणों को भूस्खलन का खतरा भी सता रहा है. वहीं, ग्रामीणों की सूचना पर प्रशासन समेत यूजेवीएनएल और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही जल्द ही सुरंग के लीकेज के मरम्मत की बात कही.
जल विद्युत परियोजना फेस-2 की सुरंग में लीकेज. मरगांव के ग्राम प्रधान सुरेंद्र पाल ने बताया कि गांव के हंद्रोल नामे तोक के पास से मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना फेज-2 की धरासू पावर हाउस के लिए सुरंग जाती है. इसमें गुरुवार से रिसाव होने के कारण सुरंग का पानी गमरी गाड़ में आ गया. पानी बढ़ने के कारण गांव की सिंचाई नहर टूटने के कारण पूरा पानी ग्रामीणों के खेतों में घुस गया.
सुरंग में लीकेज से सिंचाई नहर तबाह. फसल को नुकसान के साथ ही खेतों में दरार पड़ गई है. साथ ही नजदीक की पहाड़ी में भी दरारें आने के कारण भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. प्रधान सुरेंद्र पाल ने बताया कि इसकी सूचना प्रशासन और यूजेवीएनएल के अधिकारियों की दी गई. साथ ही जल्द ही सुरक्षा कार्य की मांग की गई है.
ग्रामीणों को सता रहा भूस्खलन का डर. ये भी पढ़ेंःग्रामीणों का दावा, ऋषि गंगा के उद्गम क्षेत्र के ग्लेशियरों में दिखीं दरारें
वहीं, एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर शुक्रवार को राजस्व विभाग समेत यूजेवीएनएल और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया है. यूजेवीएनएल ने अधिकारियों का कहना है कि एक हफ्ते के भीतर सुरंग के रिसाव पर मरम्मत कर सुरक्षा का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही ग्रामीणों के नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
सुरंग से लीकेज से हो रहा नुकसान.