उत्तरकाशीःचारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. हर रोज हजारों श्रद्धालु गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. वहीं, धामों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मित्र पुलिस की तैनाती की गई है. ऐसे में यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) में एक बार फिर उत्तराखंड की मित्र पुलिस श्रद्धालु के लिए देवदूत बनकर सामने आई है.
यमुनोत्री धाम में महिला के लिए देवदूत बनी उत्तराखंड पुलिस, कॉन्स्टेबल ने जान पर खेलकर बचाई जान
उत्तराखंड की मित्र पुलिस एक बार देवदूत बनकर सामने आई है. यमुनोत्री धाम में तैनात कॉन्स्टेबल मोहन ठाकुर ने महिला यात्री की जान बचाई है. ऑक्सीजन लेवल कम होने के कारण महिला की तबीयत खराब हो गई थी. इससे पहले भी धाम में 3 यात्रियों की मौत हो चुकी है.
जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को लखनऊ निवासी सोनिया चंदक (Sonia Chandak) यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए पहुंचीं. धाम के दर्शन करते वक्त अचानक ऑक्सीजन की कमी के कारण सोनिया की तबीयत बिगड़ गई. ऐसे में देवदूत के रूप में धाम में ड्यूटी में तैनात कॉन्स्टेबल मोहन ठाकुर (Constable Mohan Thakur) ने भीड़ से रास्ता निकालते हुए महिला को धाम में खोले गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने बताया कि यदि समय पर महिला को अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाता तो उसकी जान भी जा सकती थी. एसपी अर्पणा यदुवंशी और सीओ बड़कोट सुरेंद्र सिंह भंडारी ने कॉन्स्टेबल की जमकर तारीफ की है.
ये भी पढ़ेंः यमुनोत्री धाम में दिल का दौरा पड़ने से दो श्रद्धालुओं की मौत
गौरतलब है कि 3 मई को यमुनोत्री धाम के कपाट खुले. जबकि उसी दिन धाम में 3 श्रद्धालुओं का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. दोनों श्रद्धालुओं की उम्र 60 साल से अधिक थी. वहीं, हर रोज हजारों श्रद्धालु यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं. सरकार ने यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए हर रोज चार हजार श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की है.