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बाबा बौखनाग देवता के दर्शन करेंगे सीएम धामी, सिलक्यारा टनल हादसे में दिखी थी आस्था और महिमा

CM Dhami will visit Baba Baukh Nag Devta Temple उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे के दौरान मजदूरों को बचाने के लिए विज्ञान के साथ आस्था का भी सहारा लिया गया था. जहां सुरंग के मुहाने पर बाबा बौखनाग देवता की मंदिर स्थापित की गई. साथ ही देवता की डोली भी लाई गई थी. स्थानीय लोगों ने इसे बौखनाग देवता के नाराजगी का परिणाम बताया था. जब सीएम धामी सिलक्यारा पहुंचे थे, तब उन्होंने बौखनाग देवता देवता के थान में आने का वादा किया था. जिसके बाद अब सीएम धामी भाटिया गांव पहुंचेंगे.

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 18, 2024, 6:03 PM IST

CM Dhami will visit Baba Baukh Nag Devta Temple
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

उत्तरकाशी:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नौगांव ब्लॉक के भाटिया गांव स्थित बाबा बौखनाग देवता मंदिर के दर्शन करेंगे. बाबा बौखनाग मंदिर समिति ने मुख्यमंत्री धामी से मुलाकात कर उन्हें देवता के मूल थान भाटिया गांव स्थित मंदिर के दर्शन करने का निमंत्रण दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है. हालांकि, सीएम धामी बाबा बौखनाग देवता के दर्शन कब करेंगे? इसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. बताया जा रहा है कि जल्द ही सीएम धामी दर्शन करने पहुंचेंगे.

सीएम धामी ने देव माली को किया प्रणाम:बता दें कि हाल ही में बौखनाग देवता मंदिर समिति के लोगों ने देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी और उन्हें भाटिया गांव आने का निमंत्रण दिया था. जिस पर सीएम धामी ने समिति के आग्रह को स्वीकार कर हामी भर दी है. समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि मुलाकात से पहले मुख्यमंत्री धामी ने उनकी प्रतीक्षा में बैठे बाबा बौखनाग के देव माली संजय डिमरी के पांव छू कर प्रणाम किया. उसके बाद मंदिर समिति के लोगों ने सीएम धामी को निमंत्रण और चुनरी के साथ मंदिर की फोटो भेंट किए.

इंटरनेशनल टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने झुकाया था शीश
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सिलक्यारा टनल हादसे में बौखनाग देवता की हुई चर्चा:गौर हो कि बाबा बौखनाग देवता की चर्चाएं उस वक्त ज्यादा हुई, जब 12 नवंबर 2023 को निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के चलते 41 मजदूर फंस गए. जो कि 17 दिन बाद बाबा बौखनाग के देव माली संजय डिमरी की ओर से बताए गए समयानुसार सकुशल बाहर निकले थे. उस समय सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों की सकुशलता पर बाबा बौखनाग का आभार जताया था. साथ ही भाटिया गांव स्थित देवता के मूल थान में आने का वादा किया था.

मजदूरों की कुशलता के लिए महिलाओं ने की थी प्रार्थना

दरअसल, सिलक्यारा क्षेत्र में ग्रामीण बाबा बौखनाग की पूजा अर्चना करते हैं. उन्हें क्षेत्र में प्रमुख देवता के रूप में पूजा जाता है. ग्रामीणों का मानना था कि बौखनाग देवता नाराज हैं. जिस वजह से यह आफत आई है. लिहाजा, ग्रामीणों ने टनल के पास मंदिर स्थापित कर पूजा अर्चना करने का सुझाव दिया. इसके बाद सुरंग के मुहाने के पास मंदिर स्थापित किया गया.
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खास बात ये थी कि ऑस्ट्रेलिया के इंटरनेशनल टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स भी सिलक्यारा टनल के मुख्य गेट पर बने बौखनाग मंदिर में शीश झुकाए नजर आए. वहीं, ग्रामीणों ने टनल में फंसे सभी मजदूरों की सलामती के लिए बौखनाग देवता की डोली को सिलक्यारा सुरंग के प्रवेश द्वार में बनाए गए अस्थाई मंदिर में लाया. जहां डोली और मंदिर की पूजा अर्चना की गई. वहीं, टनल से मजदूरों के सफल रेस्क्यू पर बौखनाग देवता की कृपा बताई.
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