उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे के आस-पास सोनगाड़ और डबरानी क्षेत्रों में भरल के झुंड देखे गए हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो भरल ऊंचाई वाले इलाकों में अधिक बर्फबारी के कारण समय से पहले ही भोजन की तलाश में निचले इलाकों की ओर रुख कर रहे हैं. आमतौर पर भरल निचले इलाको में अगस्त-सितम्बर के महीने में देखे जाते हैं.
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाए जाने वाले दुर्लभ जीवों में अगल महत्व रखने वाला ब्लू शिप (भरल) को समय से पहले ही निचले इलाकों में देखा गया है. अमूमन भरल गर्मियों के बाद बरसात में हरी घास और पानी की तलाश में निचले इलाकों में पहुंचते हैं. ऊंचाई वाले इलाकों में अधिक बर्फबारी होने के कारण इस बार ये समय से पहले ही निचले इलाकों में आ गये हैं.
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