उत्तरकाशी: तीन पूर्व सैन्य अधिकारियों की करीब डेढ़ वर्ष पूर्व शुरू किए गए अभियान को जन आंदोलन यात्रा के रूप में प्रयागराज में संगम के उत्तरी किनारे से शुरू किया गया. इस अतुल्य गंगा जन आंदोलन यात्रा के तहत इतिहास में पहली बार गंगा की प्रयागराज से गंगा सागर और उसके बाद गौमुख तक करीब 5100 किमी की पद यात्रा की जाएगी.
वहीं, इसमें नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) उत्तरकाशी की ओर प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट भी प्रतिभाग कर रहे हैं. उत्तराखण्ड में यह यात्रा अप्रैल माह के मध्य में पहुंचेगी. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि बुधवार को प्रयागराज में संगम के उत्तरी किनारे से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पहली बार गंगा की मुंडमाला की परिक्रमा शुरू की गई. जो 15 अप्रैल से 20 अप्रैल के बीच उत्तराखंड पहुंचेगी. साथ ही इस यात्रा में पांच राज्य, 45 शहरों और 5 हजार गांव से होकर जाएगी.