देहरादूनःउत्तराखंड में इको टूरिज्म को बढ़ावा दिए जाने के संदेश को लेकर देहरादून के दो साइकिलिस्टों ने गंगोत्री धाम तक की साइकिल यात्रा पूरी की है. इस दौरान दोनों साइकिलिस्टों ने यात्रा के दौरान लोगों को इको टूरिज्म के प्रति जागरूक भी किया.
एडवेंचर टूर्स से जुड़े अनिल मोहन और आकाश रावत ने देहरादून से गंगोत्री धाम और प्राचीन गरतांग गली की तीन दिवसीय साइकिल यात्रा सफलतापूर्वक पूरी की है. इस साइकिल यात्रा का उद्देश्य पर्यटकों को इको टूरिज्म के प्रति जागरूक करना था. साइकिलिस्ट अनिल मोहन का कहना है कि 3 दिवसीय साइकिल यात्रा के दौरान उनकी काफी पर्यटकों से मुलाकात हुई और उनसे इको टूरिज्म के विषय में चर्चा करने के साथ ही जानकारी साझा की. इसके साथ ही जगह-जगह पर्यटकों को इस बात के लिए भी जागरूक किया गया है कि हिमालय क्षेत्र में भ्रमण करने के बाद कोई गंदगी या कचरा न फेंके. इसके साथ ही स्थानीय उपज वाली चीजों को खाएं और साथ ही छोटी-छोटी दूरी तय करने के लिए साइकिल का प्रयोग करें.
उन्होंने बताया कि इस यात्रा के लिए साइकिल का चयन इसलिए किया गया, क्योंकि साइकिल आपको प्रकृति से जोड़ती है. खुद इको टूरिज्म का एक बहुत बेहतर उदाहरण है. उन्होंने साइकिल के फायदे बताते हुए कहा कि साइकिलिंग से हम पेट्रोल-डीजल बचा सकते हैं. साथ ही वायु को प्रदूषित होने से भी बचा सकते हैं. इसके साथ ही प्रकृति को बहुत नजदीक से जानने के लिए साइकिल एक बढ़िया विकल्प है.
ये भी पढ़ेंः हिमालय में लापता 11 पर्वतारोहियों के लिए सर्च अभियान जारी, एयरफोर्स चला रहा ऑपरेशन
बता दें कि अनिल मोहन और आकाश रावत ने गंगोत्री तक साइकिल यात्रा की शुरुआत 14 अक्टूबर को देहरादून के घंटाघर से शुरू की थी जो चिन्यालीसौड़ पहुंचकर संपन्न हुई. पहले दिल दल ने कुल 115 किलोमीटर साइकिल चलाई. दूसरे दिन यानी 15 अक्टूबर साइकिल यात्रा चिन्यालीसौड़ से आरंभ होकर हरसिल में समाप्त हुई. इस दिन दल ने करीब 120 किलोमीटर साइकिलिंग की. तीसरे दिन साइकिल दल ने हर्षिल से शुरुआत की और साइकिल यात्रा मां गंगा के दर्शन कर समाप्त की गई. तीसरे और अंतिम दिन दल ने कुल 35 किलोमीटर साइकिल से और 4 किलोमीटर की पैदल दूरी तय की.