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कूड़ा कलेक्शन की एवज में कंपनी ने नगर निगम से मांगे 8 करोड़, RTI में हुआ खुलासा

उधमसिंह नगर के काशीपुर में सूचना के अधिकार के तहत एक बड़ा खुलासा हुआ है. जहां नगर निगम ने कूड़ा उठाने के लिए जीरो वेस्ट कंपनी को ठेका दिया था. उसी कंपनी ने निगम से कूड़ा उठाने की एवज में 8 करोड़ 20 लाख 2324 रुपये के बिल का भुगतान करने की मांग की है.

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RTI में हुआ खुलासा

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Published : Nov 20, 2020, 8:01 PM IST

Updated : Nov 20, 2020, 9:44 PM IST

काशीपुर : नगर निगम द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए जीरो वेस्ट कॉरपोरेशन कंपनी को ठेका दिया गया था. जहां जीरो वेस्ट कॉरपोरेशन कंपनी द्वारा नगर निगम काशीपुर से कूड़ा उठाने के एवज में 8 करोड़ 20 लाख 2324 रुपये के बिल का भुगतान करने की मांग की है. वहीं, नगर निगम द्वारा 3 करोड़ 16 लाख 51 हजार 374 का भुगतान कर दिया गया था. वहीं, जीरो वेस्ट कॉरपोरेशन कंपनी ऋषिकेश द्वारा इस दौरान 32,500 टन 98 कुंतल कूड़ा उठाया गया था. यह खुलासा सूचना के अधिकारी के तहत मांगी गई जानकारी में उपलब्ध कराया गया है.

सूचना कार्यकर्ता नदीमउद्दीन ने नगर निगम काशीपुर द्वारा डोर-टू-डोर कलेक्शन तथा कूड़ा एकत्र करने के लिये किये ठेके व भुगतान के संबंध में सूचना मांगी थी. लोक सूचना अधिकारी द्वारा सूचना उपलब्ध नहीं कराने पर प्रथम अपील नगर आयुक्त को की. नगर आयुक्त के आदेश पर भी जब सूचनाएं नहीं उपलब्ध हुई तो द्वितीय अपील उत्तराखंड सूचना आयोग को की गई. उत्तराखंड सूचना आयोग से नोटिस प्राप्त होने पर लोक सूचना अधिकारी/नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा तीन नवंबर को सूचना उपलब्ध कराया.

सूचना के अनुसार 2500 रुपये प्रति टन की दर से कूड़ा एकत्र करने के लिए 8 करोड़ 12 लाख 52 हजार 364 के साथ ही कूड़ा वाहनों की तोल के शुल्क के भी 7 लाख 49 हजार 960 रुपये के बिल प्रस्तुत किए, तौल के बिलों में ट्रेक्टर, डम्पर, डस्टबीन की दर 50 रुपये होने पर व ई-रिक्शा की 20 रुपये प्रति वाहन बताया गया.

बता दें कि मैसर्स जीरो बेस्ट कंपनी ने निगम पर बकाया होने के चलते बीते एक सितंबर से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम बंद कर दिया था. इसके बाद एक महीने के लिए एक प्राइवेट कंपनी को लगभग पांच लाख रुपये में ठेका दिया गया, लेकिन संतोषजनक काम नहीं होने और पार्षदों द्वारा लगातार शिकायत मिलने पर उक्त कंपनी को निगम प्रशासन द्वारा काम करने से मना कर दिया. इसके बाद नौ अक्तूबर से निगम प्रशासन अपनी पर्यावरण मित्रों द्वारा डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन करा रहा है. लेकिन फिर भी व्यवस्था चरमराई हुई है. निगम क्षेत्र के चालीस वार्डों में कहीं भी नियमित वाहन नहीं पहुंचने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

अप्रैल 2019 से अगस्त 2020 तक 17 महीने की अवधि में इतना उठा कूड़ा-

अप्रैल 2019 1350.58 टन
मई 2019 2244.75 टन
जून 2019 2370.71 टन
जुलाई 2019 2790.01 टन
अगस्त 2019 2249.8 टन
सितंबर 2019 2260.41 टन
अक्टूबर 2019 1717.02 टन
नवंबर 2019 1712.35 टन
दिसंबर 2019 1731.18 टन
जनवरी 2020 1695.01 टन
फरवरी 2020 1743.22 टन
मार्च 2020 1785.18 टन
अप्रैल 2020 1471.13 टन
मई 2020 1902.89 टन
जून 2020 2071.79 टन
जुलाई 2020 1915.51 टन
अगस्त 2020 1489.14 टन

वहीं, मैसर्स जीरो वेस्ट कंपनी ने कूड़ा एकत्र करने के सापेक्ष कुल 8 करोड़ 12 लाख 52364 रुपये के बिलों में अप्रैल 2019 से दिसंबर 2019 तक 4 करोड़ 60 लाख 67 हजार 84 रुपये तथा जनवरी 2020 से अगस्त 2020 तक 3 करोड़ 51 लाख 85 हजार 280 रुपये के बिल दिए. जबकि उसी अवधि के तौल के शुल्क के भुगतान के लिये कुल 7 लाख 49 हजार 960 रुपये के बिलों में अप्रैल से दिसंबर 2019 तक के लिए 4 लाख 23 हजार 960 तथा जनवरी से अगस्त 2020 तक 3 लाख 26 हजार 60 रुपये के बिल शामिल हैं. इस अविध में कुल 3250.98 टन कूड़े में से अप्रैल 2019 से दिसंबर 2019 तक 18426.81 टन तथा जनवरी से अगस्त 2020 तक 14074.17 टन कूड़ा काशीपुर नगर क्षेत्र से उठाया गया. वहीं, इस अवधि में रिसाइकिलिंग कूड़े से केवल 12 लाख 75 हजार की ही आय प्राप्त दर्शाया गया है.

Last Updated : Nov 20, 2020, 9:44 PM IST

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