काशीपुर: एक युवक ने महिला पर उधार में दी रकम के बदले जमानत के तौर पर दिये चेक के जरिए धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. युवक ने बताया कि उसने महिला को साढ़े तीन लाख रूपये उधार दिये थे. अब महिला द्वारा दिये गये चेक फर्जी निकल रहे हैं. युवक ने इस मामले में महिला के खिलाफ कानूनी कार्ररवाई करने की मांग की है.
काशीपुर में महिला पर लाखों की धोखाधड़ी का आरोप, दरअसल, काशीपुर के मोहल्ला पक्काकोट निवासी महेन्द्र सचदेवा ने पुलिस को सौंपी तहरीर में बताया कि रत्ना त्रिपाठी नामक एक महिला को उसने साढ़े तीन लाख रुपये उधार दिये थे. तब महिला ने उधार दी गई रकम के एवज में दो चेक दिये. जिसमें एक चेक पंजाब एंड सिंघ बैंक शाखा काशीपुर का है, जो दो लाख पचास हजार का है. वहीं, दूसरा चेक उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक शाखा माता मंदिर रोड काशीपुर का है, जो एक लाख रुपये का है
तब महिला ने कुछ समय बाद चेकों को बैंक में लगाने के लिए कहा था. महेन्द्र ने चेक लगाने के बारे में उस महिला से कई बार पूछा. लेकिन महिला टाल-मटोल करती रही. महेन्द्र ने जब एक चेक बैंक में भुगतान के लिए जमा किया तो बैंक द्वारा खाते में रकम नहीं होने के कारण चेक बाउंस हो गया. जिसके बाद वह चेक लेकर उत्तराखण्ड ग्रामीण बैंक शाखा काशीपुर में गया. वहां पर उसे पता चला कि उक्त चेक जीजीआईसी बरखेड़ी काशीपुर का चैक है, जो अकाउंट बंद हो चुका है. जिसके बाद महेन्द्र ने उक्त महिला पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए रकम हड़पने का आरोप लगाया है.
महेन्द्र सचदेवा ने उक्त महिला के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. वहीं, महिला के पूर्व नियुक्ति वाले स्कूल के प्रधानाचार्य बलवंत सिंह ने बताया कि जांच में हमने अपने विद्यालय की चेक बुक का निरीक्षण किया तो उसमें से 3 चेक मिसिंग पाए गए हैं. जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को दे दी गई है. खंड शिक्षा अधिकारी के मुताबिक, इसकी जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है. साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज बरखेड़ी के प्रधानाचार्य को एफआईआर दर्ज कराने के आदेश भी दे दिए गए हैं.