काशीपुर: सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही के चलते गांवों से होकर गुजरने वाली महादेव नहर का पानी खेतों में जाने से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई. फसल बर्बाद होने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. आक्रोशित किसानों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.
सिंचाई विभाग के खिलाफ प्रदर्शन. दरअसल, सिंचाई विभाग के तुमरिया डैम से निकली महादेव नहर काशीपुर के ग्राम गिरधई, बघेले वाला उत्तरी पैगा और दक्षिणी पैगा के ग्रामीणों के लिए कई सालों से वरदान साबित हो रही है, क्योंकि इसी नहर के पानी से इन गांवों में रहने वाले सैकड़ों किसान फसल उगा कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे. अब इन किसानों के लिए यही जीवनदायिनी महादेव नहर अभिशाप बन गई है.
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वहीं, ग्राम पैगा के बीचों-बीच से गुजर रही इस नहर में पिछले काफी समय से साफ सफाई नहीं होने की वजह से इस नहर में झाड़ी और घास उग आई है, जिसकी वजह से यह नहर चोक हो गई और इस नहर का पानी इन्हीं किसानों के खेतों में घुस गया. जिस वजह से इन सभी गांव के किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल खराब हो गई. फसलों के साथ पड़े पुराल के ढेर भी बेकार हो गए तथा गेहूं की बुवाई भी 10 से 15 दिन लेट हो गई.
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इस दौरान आक्रोशित एक किसान ने बताया कि कुछ समय पूर्व उसका मासूम बेटा समद अली इसी नहर में गिर गया था जिसे कि बमुश्किल बचाया जा सका था. ऐसा नहीं है कि इन ग्रामीणों ने इसकी इत्तला सिंचाई विभाग से नहीं की हो. कई बार कहने के बावजूद भी सिंचाई विभाग की तरफ से कोई संतोषजनक उत्तर इन किसानों को नहीं मिल पाया है.