रुद्रपुर: उत्तराखंड में साल 2015 के दारोगा भर्ती घोटाले (SI Recruitment scam) की जांच कर रही विजिलेंस की टीम आज 12 अक्टूबर को पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय (Pantnagar University) पहुंची. सीओ विजिलेंस दीप शिखा अग्रवाल के नेतृत्व में टीम ने करीब 6 घंटों तक पहले टेस्ट एंड सिलेक्शन कमेटी (Test and Selection Committee) के चेयरमैन रहे डॉक्टर एनएस जादौन से पूछताछ की. इसके बाद टीम उन्हें लेकर वेटरनरी कॉलेज भी गई, जहां विजिलेंस ने कुछ दस्तावेजों को भी खंगाले. विजिलेंस की पूछताछ की कार्रवाई अभी भी जारी है.
दरअसल, उत्तराखंड में साल 2015 में दारोगा की भर्ती परीक्षा कराई गई थी. इस भर्ती को जिम्मा पंतनगर विवि की टेस्ट एंड सेलेक्शन कमेटी को दिया गया था. तब पुलिस विभाग में 356 दारोगा सीधे भर्ती हुए थे. वहीं जब उत्तराखंड एसटीएफ यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही थी, तभी साल 2015 में हुई दारोगा भर्ती मामले में भी गड़बड़ी की बात सामने आई थी.
विजिलेंस ने सिलेक्शन कमेटी के पूर्व चेयरमैन से 6 घंटे तक की पूछताछ पढ़ें- कैबिनेट फैसले: राजस्व पुलिस पर बड़ा निर्णय, महिला आरक्षण पर अध्यादेश, न्यायिक सेवा संशोधन नियमावली को भी मंजूरी इसके बाद सरकार ने दारोगा भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस को सौंपी दी थी. 8 सितंबर को एसपी विजलेंस प्रह्लाद मीणा के नेतृत्व में विजलेंस टीम पंतनगर कृषि विवि पहुंची थी. कुलपति से मुलाकात के बाद टीम ने लैंबर्ट स्क्वायर स्थित भर्ती सेल (पूर्व में टेस्ट एंड सिलेक्शन कमेटी सेल) में रात दस बजे तक इस भर्ती से जुड़े दस्तावेज खंगाले. जिसमें विजिलेंस को भी दारोगा भर्ती में धांधली से जुड़े महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे थे.
सबूतों के आधार पर बीते दिनों ही विजिलेंस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने शासन से अनुमति मांगी थी. अनुमति मिलने के बाद बीती 8 अक्टूबर को विजिलेंस ने पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व में टेस्ट टेस्ट एंड सिलेक्शन कमेटी के चेयरमैन, वर्तमान में डीन वेटरनरी डॉक्टर एनएस जादौन सहित सेवानिवृत्त सहायक संस्थापन अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी सहित 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.