रुद्रपुर: उत्तराखंड व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के खिलाड़ी लॉकडाउन में मुफलिसी की जिंदगी जी रहे हैं. उधम सिंह नगर जिले के किच्छा तहसील के जवाहर नगर के रहने वाले धन सिंह कोरंगा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में प्रतिनिधित्व किया है. मगर आज वे पाई-पाई के लिए मोहताज हैं. उन्हें अपने परिवार का भरण-पोषण के लिए एक निजी दुग्ध की डेयरी में कमीशन पर काम करना पड़ रहा है. जहां उन्हें चार हजार रुपये मिलते हैं, जो कि इस दौर में नाकाफी है.
देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले दिव्यांग व्हीलचेयर क्रिकेट के खिलाड़ी इन दिनों मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश को पहचान दिलाने वाले खिलाड़ी इन दिनों जैसे-तैसे अपने परिवार का पालन कर रहे हैं. जिसके लिए कोई सड़कों पर मजदूरी कर रहा है तो कोई कमीशन पर नौकरी कर रहा है. वहीं कई तो ऐसे हैं जो ई रिक्शा और ठेली लगाकर भी दो जून की रोटी कमा रहे हैं.
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सूबे के खेल मंत्री अरविंद पांडे के गृह नगर उधम सिंह नगर जिले से ताल्लुक रखने वाले एक ऐसे ही खिलाड़ी हैं धन सिंह कोरंगा, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम में प्रतिनिधित्व किया है. मगर आज ये खिलाड़ी बदहाली में आंसू बहाने को मजबूर हैं. कुछ दिन पहले व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान की मनरेगा में काम करने की खबरें सामने आई थी. जिसके बाद एक और ऐसी तस्वीर आना सरकारों के वादों और घोषणाओं पर सवाल खड़े करती है. जो प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने की कोरी बातें करते हैं.
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