काशीपुरः निर्माणाधीन फ्लाईओवर को लेकर स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा की नाराजगी के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान चयनित भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए. उधर, निरीक्षण के दौरान रेलवे विभाग का कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. जिससे मामले पर समाधान नहीं हो पाया.
बीते रोज स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अधिकारियों की समीक्षा बैठक की. जिसमें उन्होंने शहर में बन रहे दो फ्लाईओवरों की धीमी रफ्तार पर नाराजगी जताई. जिसके बाद आनन-फानन में शनिवार को स्थानीय प्रशासन और एनएच की टीम ने रामनगर रोड पर बन रहे फ्लाईओवर का दौरा किया. इस दौरान फ्लाईओवर का काम बंद पड़ा मिला. वहीं, भूमि को लेकर तहसीलदार, राजस्व विभाग के लेखपाल और एनएच के कर्मी आपस में ही नाप-जोख में उलझते नजर आए.
बता दें कि बीते साल जनवरी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने काशीपुर में दो फ्लाईओवरों के निर्माण के लिए भूमि पूजन कर इसकी शुरुआत की थी. पहला फ्लाईओवर महाराणा प्रताप चौक और दूसरा रामनगर रोड स्थित रेलवे क्रासिंग पर बनाया जा रहा है. इन फ्लाईओवरों के शुरू होते ही स्थानीय जनता को उम्मीद थी कि उन्हें जल्द जाम के झाम से निजात मिलेगी, लेकिन काम अभी तक अधर में लटक हुआ है.
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शुरुआत में निर्माणाधीन कंपनी ने रामनगर रोड स्थित बनने वाले फ्लाईओवर के काम को तेजी से अंजाम दिया, लेकिन मामला तब उलझ गया, जब अनन्या होटल के पास दिनेश कुमार नाम के एक व्यक्ति ने अपनी भूमि होने का दावा किया. इतना ही नहीं पीड़ित व्यक्ति ने बिना मुआवजा दिए जमीन पर फ्लाईओवर का काम शुरू करने का आरोप लगाया. दिनेश कुमार के आपत्ति जताने पर काम को रोक दिया गया. उधर, इस जमीन के आगे रेलवे विभाग ने अपने ताले लगा रखे हैं, तो कुछ ही दूरी पर एनएच की टीम ने फ्लाईओवर के लिए निशान चिन्हित किया है.