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कुत्ते की पिटाई का विरोध करने पर बहनों संग छेड़छाड़, कोर्ट के आदेश पर तीन आरोपियों पर मुकदमा

उधमसिंह नगर जिले में कुत्ते की पिटाई का विरोध करने पर दो बहनों के साछ छेड़छाड़ की है. पुलिस ने भी तीन महीने बाद कोर्ट के आदेश के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

कुत्ते की पिटाई
कुत्ते की पिटाई

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Published : Jun 28, 2022, 8:02 PM IST

रुद्रपुर: गली में कुत्ते की पिटाई कर रहे तीन भाइयों को जब दो बहनों ने रोकने का प्रयास किया तो तीनों ने युवतियों के साथ बदतमीजी करनी शुरू कर दी. तीनों भाइयों ने न सिर्फ दोनों बहनों के साथ अश्लील हरकत की, बल्कि उनके लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया. तीनों भाइयों की इस हरकत का विरोध करते हुए जब दोनों बहनों ने शोर मचाया तो उनके पिता और भाई बाहर आ गए. लेकिन तीन भाइयों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने युवतियों के पिता और भाई पर भी लाठी डंडों से हमला कर दिया.

हद तो तब हो गई, जब पुलिस ने भी पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं किया. आखिर में पीड़ित परिवार को कोर्ट की शरण में जाना पड़ा. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. ये पूरा मामला रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र का है.
पढ़ें-रुड़की कुणाल मर्डर केस: पुलिस ने तीनों नामजद आरोपियों को किया गिरफ्तार

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि बीती 16 मार्च की रात को लगभग साढ़े नौ बजे आरोपी तीनों भाई गोपी गुप्ता, अभिषेक गुप्ता और मुन्नू गुप्ता निवासी वॉर्ड नंबर 3 गली में एक कुत्ते को पीट रहे थे. कुत्ता डर के मारे उसके मामा के घर में जा घुसा गया. तीनों भाई भी कुत्ते के पीछे-पीछे उनके घर में घुस गए. कुत्ते के साथ तीनों भाई उनके घर में घुसे तो दोनों बहनों ने इसका विरोध किया, लेकिन तीनों भाई अपनी गलती मानने की जगह बहनों के साथ अभद्रता करते हुए छेड़छाड़ करने लगे. युवतियों ने शोर मचाया तो पिता और भाई भी बाहर आ गए और तीनों भाइयों को घर से बाहर जाने के लिए कहने लगे तो आरोपियों ने उन पर ही लाठी-डंडों से हमला कर दिया.

पीड़ित परिवार ने 112 पर कॉल किया और पुलिस को मामले की सूचना दी. पुलिस के आने की बाद सुनकर तीनों उन्हें धमकी देकर चले गए. पीड़ित परिवार ने थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की. 21 मार्च को पीड़ित परिवार ने डाक द्वारा थानाध्यक्ष और एसएसपी को शिकायती पत्र भेजा, लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद पीड़ित परिवार कोर्ट की शरण में गया है और अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की.

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