उधम सिंह नगर: बे-मौसम बरसात और ओलावृष्टि होने के चलते किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. इन फसलों में मटर, लाई और गेहूं शामिल है. बची हुई फसल से किसानों को मुनाफे की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन आवारा पशुओं खेतों में इन फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. जिससे किसान परेशान हो रहे हैं.
आवारा पशु कर रहे फसल को बर्बाद. गौवंश को लेकर सरकार के कड़े नियमों के बावजूद जिला प्रशासन की लापरवाही राहगीरों और किसानों पर भारी पड़ रही है. एक तरफ आए दिन आवारा पशु वाहनों की चपेट में आ जाते हैं. दूसरी ओर आवारा पशु चारे की खोज में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. यही हाल गदरपुर क्षेत्र का भी है. यहां आवारा पशु किसानों की गेहूं की फसलों को चौपट कर रहे हैं.
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इस बार बे-मौसम बरसात और ओलावृष्टि के कारण मटर और लाई तथा गेंहू की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है. किसानों का कहना है कि तीन-चार साल से काफी संख्या में आवारा पशु खुलेआम घूम रहे हैं. खेतों में बची हुई फसल को भी आवारा पशु नष्ट कर दे रहे हैं. ऐसे में उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आशुतोष राय का कहना है कि एक तो पहले से ही ओलावृष्टि और बे-मौसम बरसात से किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है. बाकी जो गेंहू की फसल बची है उसे भी आवारा पशु चौपट कर रहे हैं. इस ओर सरकार कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रही है. अगर सरकार जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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मामले में यूथ कांग्रेस के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष किशोर कुमार ने कहा कि पहले आवारा पशुओं को गौशाला में भेज दिया जाता था, लेकिन अब गौवंश के बंधियाकरण पर पाबंदी लगने से लोगों की समस्याएं बढ़ गई है. उन्होंने सरकार को मामले की गंभीरता से देखते हुए आवारा पशुओं की गौशालाओं में व्यवस्था करने का अनुरोध किया है.