काशीपुर: 'सूरज-सा तेज नहीं मुझमें, दीपक-सा जलता देखोगे. अपनी हद रोशन करने से, तुम मुझको कब तक रोकोगे'. इन पंक्तियों को रामनगर रोड स्थित कुमाऊं कॉलोनी के रहने वाले दिहाड़ी मजदूर दयाल सिंह के बेटे नरेश नाथ ने गोल्ड मेडल जीतकर साकार कर दिया. कक्षा 9 में पढ़ने वाले नरेश नाथ ने बॉक्सिंग में सब जूनियर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. बेटे के इस मेडल की कामयाबी के लिए मां ने अपने गहने तक बेच दिए थे.
रामनगर रोड स्थित कुमाऊं कॉलोनी के रहने वाले दयाल सिंह मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. परिवार में पत्नी नीमा देवी के अलावा 2 पुत्र नरेश नाथ और दिनेश हैं. 3 साल पहले बड़े पुत्र नरेश नाथ को पढ़ाई के साथ बॉक्सिंग का भी जुनून सवार हो गया. घर के हालात अच्छे न होने के बाद भी माता-पिता ने पुत्र के जुनून को आगे बढ़ाने की ठानी. इसके बाद नरेश ने स्टेडियम में कोच पूरन चंद्र पांडे की देखरेख में प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया. वर्ष 2017 में हुए खेल महाकुंभ में गोल्ड मेडल जीता, इसके बाद खटीमा में आयोजित हुई राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में कोई पदक नहीं जीत सका.