काशीपुर: कुंडा थाना क्षेत्र के भरतपुर ग्राम में यूपी पुलिस की दबिश के दौरान की गई गोलीबारी में जसपुर के ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत के दो दिन बीत जाने के बाद यूपी पुलिस के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिससे सिख समाज में रोष व्याप्त है. आज सिख समाज से पहुंचे लोगों ने कहा 20 अक्टूबर तक अगर दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो मृतका गुरजीत कौर की अस्थियां प्रवाहित नहीं की जाएंगी.
ऑल इंडिया सिख प्रतिनिधि बोर्ड उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष सरदार सुरेंद्र सिंह फलोडिया ने आज देर शाम गुरताज भुल्लर के घर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी और उत्तराखंड की भाजपा सरकारों ने समाज को चिढ़ाने का काम किया है. घटना उत्तराखंड के कुंडा थाना क्षेत्र में घटित होने के बाद जहां यूपी पुलिस ने पीड़ित परिवार के खिलाफ यूपी में संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कर दिए हैं. उन्होंने कहा दोनों सरकारों ने सिख समाज को उसकी औकात बताने का काम किया है.
वहीं, गुरताज भुल्लर के निवास पर पहुंचे सिख संगठनों के नेता ने गुरप्रीत कौर की हत्या और अंकिता भंडारी की हत्या को लेकर दोहरा मापदंड अपनाने का सनसनीखेज़ आरोप लगाया है. बीते दिनों प्रदेश में हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड से उक्त मामले से तुलना करते हुए कहा अंकिता के परिवार के साथ हम पहले भी खड़े थे और आज भी खड़े हैं, लेकिन अफसोस की बात है कि अंकिता हत्याकांड के बाद पूरी सरकार और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन सिख समुदाय की गुरप्रीत कौर की हत्या के इतना टाइम बीतने के बाद भी अपराधी पकड़े नहीं जा रहे हैं.
पढे़ं-कुंडा हत्याकांड: गुरताज ने करवाचौथ पर पत्नी को दी अंतिम विदाई, दो मासूमों के सिर से उठा मां का साया