काशीपुर:तकरीबन ढाई महीने पहले एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल में एक गर्भवती महिला के प्रसव कराने पहुंची थी. अस्पताल में सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा द्वारा मरीज और उसके तीमारदारों से अभद्रता व क्षेत्रवाद किया गया था. जिसके बाद महिला ने मामले की शिकायत सीएम पोर्टल पर की. सीएम कार्यालय द्वारा इस मामले की जांच डॉरेक्टर हेल्थ डॉ. शैलजा भट्ट को सौंपी गई. जिसके बाद डॉ. शैलजा भट्ट काशीपुर स्थित एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल पहुंची और उन्होंने इस मामले में पीड़ित पक्ष के अलावा सीएमएस व दो अन्य गवाहों के बंद कमरे में बयान दर्ज किए.
गौरतलब है कि बीते 21 अगस्त को पूर्व सांसद प्रतिनिधि पीसीएस नेगी व पार्षद बीना नेगी मानिला (क्वैराला) सल्ट से आकांक्षा नामक गर्भवती महिला को प्रसव कराने एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल ले गयी थी. जहां उन्होंने अस्पताल में तैनात सीएमएस डॉ. पीके सिन्हा से संपर्क की. आरोप है कि तब सीएमएस ने मरीज के तीमारदारों से मरीज को रेफर करने की बात कही थी. हालांकि, बाद में तीमारदारों के निवेदन के बाद सीएमएस द्वारा मरीज को भर्ती कर लिया गया. वहीं, 22 अगस्त को डॉक्टर ने गर्भवती महिला का जांच की गयी. जांच में सब कुछ ठीक-ठाक आया, लेकिन प्रसव से पहले कोरोना की जांच कराने की सलाह दी. तब टेस्ट करने वाले कर्मी ने जांच कराने की अनुमति लेने की बात कही,
वहीं, तीमरदारों ने ओपीडी से पर्ची बनवाकर सीएमएस के पास गए, तो सीएमएस ने कड़े लहजे कहा कि यहां इलाज व जांच नहीं होगी. पहाड़ जाकर ही इलाज कराओ यहां सभी लोग कोरोना संक्रमण में लगे हुए हैं. तब गर्भवती महिला के तीमारदारों ने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की. जिसके बाद महिला का कोविड का चेकअप भी हुआ और 25 अगस्त को डिलीवरी भी सरकारी अस्पताल में की गई. महिला को 28 अगस्त को अस्पताल से छुट्टी भी दे गई.