रुद्रपुर:गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने गेहूं का ऐसा बीज तैयार किया है, जिसमें आयरन, जस्ता और प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई गई हैं. वैज्ञानिकों को ये बीज तैयार करने के लिए 12 साल का समय लगा है. इस गेहूं से तैयार होने वाले पदार्थों से कुपोषण और कोरोना जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही इसकी उत्पादन क्षमता भी अन्य फसलों के मुताबिक अधिक है, जिससे किसानों को भी फायदा मिलेगा.
वैज्ञानिक डॉ. जेपी जयसवाल ने बताया कि गेहूं की इस प्रजाति का नाम UP2903 रखा है. जयसवाल के मुताबिक गेहूं की इस प्रजाति में जस्ता और आयरन की मात्रा 60 फीसदी से अधिक पाई गई है. इसके सेवन से कुपोषण से निजात मिल सकती है. इसके साथ ही इम्यून सिस्टम में भी सुधार हो सकता है, जिससे कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ा जा सकता है.