खटीमा: तहसील क्षेत्र के पचौरिया ग्राम निवासी जनजाति समाज की विवाहिता नीतू की हत्या का आरोप पति और ससुरालियों लगा है. विवाहिता की हत्या के विरोध में परिजन और मंगल दल की महिलाओं ने कोतवाली का घेराव किया. साथ पुलिस से परिजनों ने नीतू की हत्या का खुलासा कर आरोपी पति को सजा दिलाने की मांग की है.
नीतू की हत्या का आरोप सुसरालियों पर लगाते हुए प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप न्याय की मांग की. परिजनों ने बताया कि नीतू की शादी 4 फरवरी 2021 को मुडेली निवासी विनीत राणा से हुई थी. शादी के कुछ समय बाद ही दहेज को लेकर उसके पति और ससुराल वाले उसका उत्पीड़न करने लगे.
नीतू राणा हरिद्वार स्थित डेनसो कंपनी में कार्य करती थी और कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में किराए पर रहती थी. 23 जुलाई को उसका पति विनीत राशन पहुंचाने नीतू के कमरे पर गया था. वहीं, 24 जुलाई को विनीत नीतू को शिवरात्रि पर देहरादून घुमाने ले गया. 25 और 26 जुलाई को विनीत ने नीतू के साथ मारपीट की. साथ ही अपने रिश्तेदारों के साथ मिल उसकी हत्या कर दी.
ग्रामीणों ने किया कोतवाली का घेराव ये भी पढ़ें:केजरीवाल के नौकरी-भत्ता वाले दावों में कितना दम ? आंकड़ों से समझें पूरा गणित
परिजनों ने बताया कि 25 जुलाई की रात नीतू ने अपनी छोटी बहन को कॉल किया था, लेकिन नींद में होने के कारण वह फोन नहीं उठा पाई. जिसके बाद से नीतू लापता थी. परिजनों का आरोप है कि नीतू का पति विनीत शराब के नशे में उनके खटीमा पचौरिया स्थित घर आया. साथ ही नीतू के कहीं चली गई है कह कर चला गया.
पूरे मामले में ज्वालापुर कोतवाली, हरिद्वार में पीड़ित परिजनों ने शिकायत की, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस ने आरोपी विनीत के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया. इस दौरान 12 अगस्त को हरिद्वार जिले के कस्बा लंढोरा कोतवाली मंगलौर में एक महिला का शव मिला. जिसकी शिनाख्त के लिए पुलिस ने उन्हें हरिद्वार बुलाया.
उन्होंने अज्ञात शव के कपड़ों व पैर में चोट के निशान देख उसकी शिनाख्त नीतू के रूप में की थी, लेकिन पुलिस ने शव को अज्ञात बताकर परिजनों को देने से मना कर दिया और माता-पिता का ब्लड सैंपल डीएनए जांच के लिए लिया, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. इसलिए मजबूर होकर आज परिजनों और ग्रामीणों ने खटीमा तहसील और कोतवाली का घेराव किया.
कोतवाली का घेराव करते हुए परिजनों ने न्याय की मांग की है. साथ नीतू के हत्यारे पति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की बात कही. जबकि मामले में खटीमा सीओ मनोज ठाकुर के बताया कि उनके पास पीड़ित पक्ष पहले भी आ चुका है. जिसने इस मामले में ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने की बात उन्हें बताई थी.
उन्होंने कहा आज पीड़ित परिजनों को फिर समझाया गया कि मामला हरिद्वार क्षेत्र का होने के चलते वह लोग हरिद्वार एसएसपी से वार्ता कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं. इस मामले की सही पैरवी करने से पीड़ित पक्ष को निश्चित ही न्याय मिल पायेगा.