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राष्ट्रीय बजरंग दल की बैठक, कहा- राम मंदिर भूमि पूजन को बनाए ऐतिहासिक

5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है. इसे लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बैठक की. इस दौरान ये फैसला लिया गया कि प्रदेशभर के लोग इस दिन घरों में दीप प्रज्वलित करेंगे.

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राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बैठक

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Published : Aug 2, 2020, 3:16 PM IST

गदरपुर:राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक बैठक का आयोजन किया. इस बैठक का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव महाजन ने किया. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि 5 अगस्त को पुनः से राम मंदिर निर्माण की खुशी में सभी अपने-अपने घरों में दीप प्रज्वलित करेंगे. उन्होंने कहा कि यह सभी हिंदुओं के लिए ऐतिहासिक पल है.

दरअसल, अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है. इसी को लेकर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव महाजन के नेतृत्व में राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक बैठक आयोजित की. इस दौरान ये निर्णय लिया गया कि जैसे दिवाली के त्योहार पर लोग घरों में दीप जलाते हैं, वैसे ही 5 अगस्त के दिन प्रदेशभर के लोग खासकर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता अपने-अपने घरों को दीप प्रज्वलित करें.

राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की बैठक

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इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव महाजन ने कहा कि हिंदू समाज के लिए ये बहुत ही हर्ष का विषय है, कि राम अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है. उसके लिए हिंदू समाज के लोगों ने पूरे 492 साल तक संघर्ष किया है. इसका पूरा श्रेय माननीय सुप्रीम कोर्ट को जाता है. वैसे तो राम मंदिर का शिलान्यास 9 नवंबर साल 1989 में कांग्रेस सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री सरदार बूटा सिंह और स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी ने कर दिया था. वहीं, राम मंदिर के निर्माण के लिए अब दोबारा शिलान्यास होने जा रहा है.

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वहीं, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ने सभी हिंदुओं से निवेदन किया है कि सभी इस खुशी को वैसे ही मनाएं जैसे भगवान राम जब रावण का वध कर अयोध्या वापस आने के बाद मनाया गया था. उन्होंने कहा कि साल 1528 में बाबर के सेनापति मीर बाकी ने पावन नगरी अयोध्या में सम्राट विक्रमादित्य की ओर से बनाया गया भव्य राम मंदिर को तोड़ दिया था और उस समय से आज तक हिंदू समाज चुप नहीं बैठा. 1528 से अब तक हिंदू समाज की ओर से 78 युद्ध लड़े जा चुके हैं. तीस लाख से अधिक हिंदुओं ने इसके लिए अपना बलिदान तक दे दिया है. कोठारी बंधुओं और साधु संतों ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से संपूर्ण हिंदू समाज खुशी से गदगद है.

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