काशीपुर/रामनगर/कालाढुंगी:देश भर में आज ईद-अल-अजहा (Eid-Ul-Adha) यानि बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में उत्तराखंड में कोरोना के नियमों का पालन करते हुए ईद-उल-अजहा (eid al adha) का त्योहार मनाया जा रहा है. लोगों ने मस्जिदों में सीमित संख्या में ईद की नमाज पढ़ी और देश में अमन-चैन की दुआ मांगी. उत्तराखंड में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जगह-जगह ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई.
इस मौके पर काशीपुर ईदगाह में शहर इमाम के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईद-अल-अजहा की नमाज अदा की गई. वहीं रामनगर में भी कोरोना के बीच ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है. यहां लोगों ने कोरोना के नियमों का पालन करते हुए नमाज अदा की. कालाढुंगी की जामा मस्जिद में ईद-उल-अजहा का त्योहार शांति पूर्ण ढंग से मनाया गया. नमाज के बाद देश और प्रदेश में अमन-चैन की दुआएं की गईं.
बता दें कि, काशीपुर में सुबह 8 बजे शहर इमाम मुफ्ती मुनाजिर हुसैन के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई. उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा कोरोना के चलते जारी गाइडलाइन के अनुसार ईद की नमाज अदा की गई. इस मौके पर उन्होंने दुनिया को कोरोना मुक्त करने की दुआ मांगी. साथ ही आम जनता से अपील की कि वह सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखते हुए कुर्बानियां पर्दे में करें. वहीं, भीड़ एक एकत्र न करें.
ईदगाह कमेटी के सदर हसीन खान ने कहा कि शासन-प्रशासन की ओर से जारी कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए बकरीद की नमाज अदा की गई.
रामनगर में भी कोरोना के बीच ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है. यहां मस्जिदों में नमाज अदा करने वाले लोगों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया. इस बार कोविड की गाइडलाइन के तहत सीमित संख्या में ही लोगों द्वारा मस्जिद में नमाज अदा की गई.