उधम सिंह नगर:प्रशासन के लाख दावों के बाद भी शिक्षा विभाग बेहतर शिक्षा देने में नाकामयाब हो रहा है. शिक्षा विभाग के मुखिया के गृह जनपद में ही शिक्षकों का कमी लगी हई है.
जनपद का शिक्षा विभाग देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इसकी बानगी सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में देखने को मिल रहा है. शिक्षा मंत्री के जनपद में एक नहीं बल्कि सैकड़ों की तादात में प्रवक्ताओं और एलटी के पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं. जिले के अधिकारी शासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन शिक्षक तो दूर प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी चयनित नहीं किए गए हैं. जिले में प्रवक्ता पद में 120 अध्यापक रिक्त चल रहे हैं, जबकि एलटी में 247 अध्यापकों के पद खाली हैं.
उधम सिंह नगर में लंबे समय से खाली हैं प्रवक्ताओं और एलटी के पद. यह भी पढ़ें:पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 2 निरीक्षक सहित 15 उपनिरीक्षकों के हुए तबादले
स्कूलों में अध्यापक न होने के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. जिले के कई ऐसे स्कूल हैं जो प्रधानाचार्य ओर अध्यापकों के बिना ही चल रहे हैं. यही हाल जिले के विभिन्न हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में तैनात प्रवक्ताओं को एलटी के टीचरों का है.
वहीं, जिले के शिक्षा अधिकारी ए के सिंह ने बताया कि लंबे समय से खाली चल रहे अध्यापकों के पद की वजह से छात्रों की शिक्षा में बुरा परिणाम देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया. लेकिन अब तक किसी भी शिक्षकों को तैनात नहीं किया गया है.