काशीपुरःजसपुर के 19 गांवों को काशीपुर तहसील में शामिल कर दिया गया है. जिसे लेकर अब सियासत तेज हो गई है. सरकार के इस फैसले को लेकर कहीं खुशी मनाई जा रही है तो कहीं विरोध भी देखने को मिल रहा है. काशीपुर में बीजेपी के कार्यकर्ता विधायक हरभजन सिंह चीमा का आभार और खुशी जताई जता रहे हैं तो वहीं, जसपुर में कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान के नेतृत्व में इसका विरोध कर रहे हैं.
जसपुर तहसील के 19 गांवों को काशीपुर तहसील में समायोजित करने के बाद अब मामले में राजनीति गरमा गई है. जसपुर में आदेश चौहान के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी इसका विरोध कर रही है. जसपुर विधायक आदेश चौहान इन 19 गांवों के ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्यों के साथ उप जिलाधिकारी जसपुर को ज्ञापन दे चुके हैं और दोबारा से इन गांवों को जसपुर तहसील से जोड़ने की मांग कर रहे हैं.
जसपुर के 19 गांव काशीपुर तहसील में शामिल करने पर सियासत तेज. ये भी पढ़ेंःचीन के राष्ट्रपति को सतपाल महाराज भेजेंगे रामायण, कहा- उनका चरित्र रावण से मिलता है
जसपुर विधायक आदेश चौहान ने बताया कि इन 19 गांवों को तहसील काशीपुर से जोड़ने के बाद इन ग्रामीणों के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. सरकारी विभागों के सभी काम के लिए उन्हें जसपुर आना पड़ता है और सिर्फ तहसील के काम के लिए उन्हें काशीपुर जाना पड़ रहा है. जिसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में ग्रामीणों की गुहार है कि उन्हें दोबारा से जसपुर तहसील से जोड़ा जाए.
वहीं, दूसरी ओर त्रिवेंद्र सरकार के इस फैसले पर भाजपाइयों में खुशी का माहौल है. काशीपुर विधायक हरभजन सिंह चीमा ने मामले एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था. वो अब इन गांवों के लोगों को सहूलियत का हवाला देते हुए इसे त्रिवेंद्र रावत सरकार का एक अहम फैसला बता रहे हैं. साथ ही मामले पर अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं. विधायक चीमा इस फैसले का स्वागत करते हुए प्रदेश सरकार का आभार भी जताया है.