उधम सिंह नगर: लोकसभा चुनाव में नेताओं की जंग तेज हो गई है. नेता एक दूसरे पर लगातार जुबानी तीर छोड़ रहे हैं. वहीं हर चुनाव में बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा दिलाने का मुद्दा उठाया जाता रहा है. लेकिन चुनाव के बाद नेता अपना वादा भूल जाते हैं. वहीं बंगाली समुदाय के लोग अपनी इस मांग को कई बार सरकार के पटल पर रख चुके हैं. लोगों का कहना है कि उन्हें आज तक आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला. साथ ही उनके निवास प्रमाण पत्र से पूर्व पाकिस्तानी शब्द तक नहीं हटाया गया है.
गौर हो कि 1999 में हल्द्वानी में हुई सभा में पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी ने अपनी सरकार आने के 90 दिन के अंदर बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा देने का वादा किया था. लेकिन सरकार बनने के बाद भी इस समाज के लोगों की सुध नहीं ली गई. जिससे लोगों को नेताओं के आश्वासनों पर अब भरोसा नहीं रहा. इस मुद्दे पर भाजपा के पूर्व राज्य मंत्री विजय मंडल ने कहा कि आज तक कांग्रेस ने इस समुदाय को गुमराह ही किया है. यहां तक की 43 सालों में कांग्रेस ने बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा नहीं दिया और न ही जाति प्रमाण पत्र से पूर्व पाकिस्तानी शब्द हटाया.