खटीमा: बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं. चंपावत के टनकपुर से होकर बहने वाली शारदा नदी में भी जबरदस्त उफान है, जिसके चलते खनन कार्य में लगे एक मजदूर का पूरा परिवार ही शारदा नदी पर बने टापू पर फंस गया था. एक ही परिवार के नौ सदस्यों के नदी पर बने टापू में फंसे होने की सूचना पर प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन फानन में चलाए गए रेस्क्यू अभियान के बाद सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
गुरुवार 20 मई की रात करीब 11 बजे टनकपुर पुलिस को सूचना मिली था कि शारदा बैराज से आगे सैलानीगोठ गांव के समीप खनन क्षेत्र में कुछ लोग नदी के बीचों बीच बने टापू में फंसे हुए हैं. लगातार भारी वर्षा होने के कारण शारदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा था, सूचना का संज्ञान लेते हुए एसपी लोकेश्वर सिंह व सीओ अविनाश वर्मा के निर्देशन में थाना टनकपुर से रेस्क्यू टीम घटनास्थल को रवाना हुई.
शारदा नदी के टापू पर फंसा परिवार, पुलिस ने किया सकुशल रेस्क्यू. पढ़ें-भारी बारिश: मंदाकिनी नदी ने धारण किया विकराल रूप, नदी में समाया वाहन
थाना टनकपुर की रेस्क्यू पुलिस टीम ने जल पुलिस व फायर सर्विस के कर्मचारियों के साथ मिलकर साहस और शौर्य का परिचय देते हुए रेस्क्यू उपकरण रस्से, टायर ट्यूब व मोटर बोट की सहायता से लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया. करीब 10 घंटे बाद शुक्रवार सुबह टापू में फंसे हुए सभी 9 लोगों को सकुशल बाहर निकाला गया. टापू में फंसे हुए लोगों में रंजीत कश्यप और उनकी पत्नी मोरकली के साथ उनके 7 बच्चे थे, जो नदी के बीच ही बने टेंट के घर में रहते थे. सभी को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके लिए भोजन आदि की भी व्यवस्था की गई.
किसानों के खेतों में पानी भरा पानी
उधम सिंह नगर जनपद के सितारगंज में लगातार दो दिन से हो रही बरसात के कारण किसानों के खेतों में पानी भर गया है. किसानों का कहना है कि उन्होंने अपने खेतों में धान की पौध बोई थी, जो बरसात के कारण खराब हो गई. खेतों में पानी भरने से तीन गांव के किसान प्रभावित हुए हैं. पीड़ित किसानों का कहना है कि एक राइस मिलर के द्वारा खेती के लिए बनाई गई गूल पर अतिक्रमण कर लेने से बरसाती पानी नहीं निकल पा रहा है. कई एकड़ भूमि में पानी भरने से क्षेत्र के किसानों का काफी नुकसान हो रहा है.