रुद्रपुर केलाखेड़ा में डबल मर्डर मिस्ट्री से उठा पर्दा रुद्रपुर:हत्या कर शवों को काट कर नदी में फेंकने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हत्या का कारण पारिवारिक रंजिश और जमीनी विवाद बताया जा रहा है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर नदी से कुल्हाड़ी, एक चापड़ और दो क्षत विक्षत मानव अंग बरामद किए हैं. आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की जा रही है.
महिला की कपड़ों से हुई पहचान:केलाखेड़ा थाना क्षेत्र में बहने वाली बौर नदी से महिला और पुरुष के कटे हुए अंग मिले थे, जिसके बाद पुलिस ने घटना का खुलासा किया है. दोनों हत्याकांड में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से घटना में प्रयुक्त धारदार हथियार भी बरामद किए हैं. एसएसपी मंजू नाथ टीसी ने बताया कि 7 जून को केलाखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित बौर नदी में दो लोगों के कटे हुए मानव अंग बरामद हुए थे. जांच के दौरान पता चला की जोगेंद्र कौर निवासी ग्राम रमंपुराकाजी थाना केलाखेड़ा पांच जून की रात से गायब थी, जिसकी गुमशुदगी थाने में दर्ज है. नदी में तलाशी के दौरान मृतका के कपड़े और मानव अंग बरामद हुआ हैं, जिससे उसकी पहचान हुई.
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पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग:जबकि मानव अंग की पहचान के लिए टीम को लगाया गया है. मृतका की बेटी सोनम कौर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई. इस दौरान टीम को पता चला की पांच जून की रात से गुरमीत सिंह, निवासी ग्राम टुकड़ी बिचवा थाना नानकमत्ता जिला उधम सिंह नगर जो पिछले छह माह से ग्राम रमंपुराकाजी में अपनी बेटी के ससुराल में रह रहा था, वह गुमशुदा है. जबकि मानव अंग की पहचान गुरमीत सिंह के रूप में हुई. जांच के दौरान टीम को अहम सुराग हाथ लगे हैं. शक के आधार पर धर्मेंद्र और गुरदेव को हिरासत में लिया गया. सख्ती से पूछताछ के दौरान दोनों आरोपी पुलिस के आगे टूट गए और दोनों ने हत्या करना कबूल कर लिया.
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ये है हत्याकांड की असल वजह:दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि मृतका जोगेंद्र कौर अपने लालच के चलते अपनी ही बिरादरी के लोगों की जमीन गिरवी रख कर उस जमीन को गैर धर्म के व्यक्ति को दे दी और उस व्यक्ति के साथ उसके गलत संबंध थे. जिससे बिरादरी की बदनामी हो रही थी. इसी बात से नाराज दोनों आरोपियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई, जिसकी जानकारी मृतक गुरमीत को भी थी. लेकिन गुरमीत द्वारा हत्या की बात पुलिस को बताने की धमकी दी जा रही थी. पांच जून की रात पहले दोनों ने मिल कर गुरमीत की गला दबा कर हत्या की, उसके बाद उन्होंने जोगेंद्र कौर की भी हत्या कर दोनों के शवों को काट कर नदी में फेंक दिया. एक आरोपी गुरमीत का दामाद लगता है, जबकि दूसरा आरोपी जोगेंद्र कौर का भतीजा लगता है.