खटीमा: प्रदेश में लॉकडाउन के चलते पहाड़ी जिलों में कार्य कर रहे मजदूर काम ना मिलने की वजह से वापस अपने घरों को जाने को मजबूर हो गए हैं. प्रदेश में प्राइवेट और सरकारी वाहनों का परिचालन पूरी तरीके से बंद होने के कारण ये लोग परेशान हैं. मजदूर पहाड़ी जिलों से पैदल ही यूपी के अपने घरों में जाने को मजबूर हैं. शुक्रवार को चंपावत और लोहाघाट से पैदल ही खटीमा पहुंचे सैकड़ों मजदूरों को मुख्य चौक पर पुलिस और सामाजिक संगठनों ने भोजन के पैकेट वितरित किए.
पैदल घर जा रहे मजदूरों की मदद कर रही खटीमा की 'मित्र पुलिस', बांटे भोजन के पैकेट - सार्वजनिक परिवहन सिस्टम बंद
कोरोना लॉकडाउन के चलते पहाड़ी जिलों में कार्यरत सैंकड़ों मजदूर काम न मिलने की वजह से अब अपने घर लौट रहे हैं. पैदल सफर कर रहे इन मजदूरों की मदद को पुलिस और सामाजिक संगठन सामने आ रहे हैं. खटीमा में पुलिस और सामाजिक संगठनों ने अपने घर लौट रहे इन मजदूरों को भोजन के पैकेट बांटे.
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इस दौरान पिथौरागढ़ सहित अन्य पर्वतीय इलाकों से यूपी के कई स्थानों के निवासी सैंकड़ों लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत भोजन दिया गया. व्यापार मंडल अध्यक्ष खटीमा के लोगों ने मानवता को सबसे बड़ा धर्म मानते हुए सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चल खटीमा पहुंचे यात्रियों को पुलिस की मदद से भोजन मुहैया कराया. भोजन पाकर इन यात्रियों के चेहरों पर संतोष की झलक दिखाई दी. खटीमा के व्यापारियों ने आगे भी लॉकडाउन के दौरान अपने घरों को लौट रहे यात्रियों की मदद करने की बात कही है.