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घर जाने के लिए पैदल ही निकले मजदूर, बोले- कोरोना तो नहीं, पर भूख जरूर ले लेगी जान

बाजपुर में प्रवासी लोग अपने घर पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं. वहीं, पुलिस ने सभी लोगों को रोक कर खाना खिलाया और शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया. लोगों ने घर पहुंचाने की प्रशासन से गुहार लगाई है.

bajpur lockdown
सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही कर रहे लोग

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Published : May 6, 2020, 3:57 PM IST

बाजपुर:कोरोना महामारी के लगातार फैलने की वजह से लॉकडाउन लागू है. इसके कारण परिवहन के सभी साधनों का संचालन बंद है. ऐसे में विभिन्न राज्यों के लोग लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. वहीं, बाजपुर में फंसे विभिन्न जिलों के लोगों के पलायन का सिलसिला अभी भी जारी है. लोग अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं.

दरअसल, मामला उधम सिंह नगर बाजपुर का है, जहां पर पहाड़ी क्षेत्रों में फंसे प्रवासी लोगों के जत्थे को प्रशासनिक कर्मचारियों ने रोककर भोजन कराया. इस दौरान पुलिस ने सभी लोगों की जानकरी एकत्रित की. बताया जा रहा है, कि ये सभी लोग नैनीताल के एक गांव में लॉकडाउन के शुरू होने से 5 दिन पहले आए थे, जिसके बाद सभी लॉकडाउन शुरू होने के बाद यहीं फंस गए.

सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही कर रहे लोग

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प्रवासी लोगों ने बताया कि शुरुआत के पांच दिन काम करने के बाद फिर उन्हें कहीं भी काम नहीं मिला. उन पांच दिनों में जितना रुपया कमाया सब खत्म हो गया. अब उन्हें एक जून की रोटी भी नसीब नहीं हो रही है. ऐसे में सभी लोगों ने अपने घर तक पहुंचने के लिए पैदल चलने का फैसला किया. फिलहाल पुलिस ने उन्हें भोजन करवा के सभी को अस्थाई जगह पहुंचा दिया है.

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वहीं, लॉकडाउन में फंसे लोगों का कहना है, कि उन्हें कोरोन महामारी से भले ही कोई दिक्कत न हो, लेकिन भूख से उनकी जान जरूर चली जाएगी. ऐसे में लोगों ने अपने घर पहुंचने के लिए पैदल ही चलना मुनासिब समझा. वहीं, अब लोगों ने प्रशासन से जल्द घर पहुंचाने की गुहार लगाई है.

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