खटीमाः उधम सिंह नगर जिले में एनएच भूमि मुआवजा घोटाला के बाद एक और गड़बड़ी सामने आई है. इस बार सितारगंज के नकटपुरा गांव में एनएच की भूमि पर धान की फसल उगा कर अधिकारियों की मिलीभगत से उत्तराखंड कोआपरेटिव फेडरेशन को ही बेच डाला है. जिसके तहत 108 हेक्टेयर भूमि पर 46 किसानों की ओर से 6520 क्विंटल धान बेचना दिखाया गया है. जबकि, हकीकत में कहीं धान उगाया ही नहीं गया था. इस धान की कीमत करीब एक करोड़ 27 लाख रुपए बताया जा रहा है. मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ और जांच शुरू कर दी गई है.
बता दें कि उत्तराखंड में समर्थन मूल्य योजना के तहत बीते साल धान खरीद की गई थी. क्रय एजेंसी उत्तराखंड सहकारिता संघ (यूसीएफ) के माध्यम से संचालित सितारगंज तहसील के धान क्रय केंद्र नकटपुरा में मानक से ज्यादा तौल की गई. उधम सिंह नजर जिले के एक अकेले धान खरीद केंद्र नकटपुरा की जांच में 46 किसानों का 6520 क्विंटल अतिरिक्त धान तौला गया है. जो वास्तव में कहीं उगाया ही नहीं गया था. इसकी कीमत करीब एक करोड़ 27 लाख रुपए आंकी गई है. जिले में साल 2021-22 में ऐसे करीब 200 धान खरीद केंद्र हैं, जिनकी जांच होनी बाकी है.
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