उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

जिन नेताओं की गुटबाजी से होती थी पार्टी की किरकिरी, आज वही कर रहे एक-दूसरे की तारीफ

कांग्रेस पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बीच गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है. तो वहीं भाजपा सरकार में मंत्री अरविंद पांडे और यशपाल आर्य के बीच भी तीखी तकरार लगातार देखने को मिलती रही है.

बाजपुर नगर पालिका चुनाव.

By

Published : Jul 6, 2019, 3:53 PM IST

काशीपुर: सियासत भी क्या-क्या रंग दिखाती है, ये उत्तराखंड के बाजपुर नगर पालिका चुनाव में देखने को मिल रहा है. कई मौकों पर जिनकी गुटबाजी ने पार्टी नेताओं को असहज कर दिया था. आज वही नेता इस चुनाव में मंच साझा करते दिखाई दे रहे हैं. वहीं बाजपुर नगर पालिका चुनाव में दोनों नेता एक दूसरे के कसीदे पढ़ते दिखाई दे रहे हैं. साथ ही इस सीट पर दोनों नेताओं की साख दांव पर लगी हुई है.

बता दें कि कांग्रेस पार्टी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के बीच गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है. तो वहीं भाजपा सरकार में मंत्री अरविंद पांडे और यशपाल आर्य के बीच भी तीखी तकरार लगातार देखने को मिलती रही है. जिससे दोनों नेता लंबे समय से एक मंच पर दिखाई नहीं दिए थे. लेकिन बाजपुर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी गुरजीत सिंह की सभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश एक मंच पर दिखाई दिए.

एक मंच पर दिखे यशपाल और अरविंद पांडे.

जिससे भारतीय जनता पार्टी के दोनों मंत्रियों ने सबक लेते हुए शुक्रवार देर रात भाजपा प्रत्याशी राजकुमार की जनसभा में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और अरविंद पांडे एक ही मंच पर आने को मजबूर हो गए. जिसे देखकर लोग हैरान रह गए. जब इस बात पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से पूछा गया तो उन्होंने यशपाल आर्य की तरीफ में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने मंत्री यशपाल आर्य को अपने से वरिष्ठ बताते हुए उनका साथ देने की बात कही. उन्होंने कहा कि यशपाल आर्य के नेतृत्व में भाजपा प्रत्याशी बाजपुर से भारी बहुमत से जीत हासिल करेंगे.

पढ़ें-जांच तक ही सिमटा फॉरेस्ट गार्ड भर्ती घोटाला, रिपोर्ट पर टिकी हैं नजरें

बाजपुर नगर पालिका चुनाव में जहां भाजपा और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी वोटरों को रिझाने में लगे हैं. वहीं दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेता और मंत्री अपने पार्टी प्रत्याशी को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वहीं इस चुनाव में दोनों पार्टियों के नेताओं और मंत्रियों के बीच चल रही गुटबाजी खत्म होती दिखाई दे रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details