काशीपुरः नगर निगम में विधायक हरभजन सिंह चीमा ने मेयर ऊषा चौधरी की अध्यक्षता में पार्षदों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने पार्षदों की समस्याएं सुनीं. जबकि, पार्षदों ने भी मानदेय की मांग विधायक के सामने रखी. जिस पर विधायक चीमा ने इस समस्या को पूरे प्रदेश के नगर निगमों का मुद्दा बताया.
विधायक हरभजन सिंह चीमा ने पार्षदों की समस्याएं सुनीं. बता दें कि बीते 6 जुलाई को नगर निगम के मीटिंग हॉल में काशीपुर में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलते मामलों को लेकर एक आपात बैठक बुलाई गई थी. बैठक में पार्षदों ने स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा से अपनी समस्याओं को लेकर एक घंटे का समय मांगा था. जिसके तहत आज नगर निगम के मीटिंग हॉल में विधायक चीमा ने सभी 40 वार्डों के पार्षदों की समस्याओं को लेकर एक बैठक आहूत की.
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बैठक में पार्षदों ने मुख्य रूप से नगर निगम के एमएनए प्रकाश चंद के स्थानांतरण की मांग विधायक के समक्ष रखी. जबकि, पार्षदों ने अपने मानदेय की पुरानी मांग विधायक चीमा के सामने रखी. बैठक के बाद स्थानीय विधायक ने कहा कि एमएनए के स्थानांतरण उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर का मुद्दा है.
वहीं, विधायक चीमा पार्षदों को रुद्रपुर का हवाला देते हुए धरने और प्रदर्शन करने का रास्ता बता गए. उन्होंने कहा कि कोरोना के समय में किसी भी अधिकारी का स्थानांतरण आम जनता में हलचल पैदा कर सकता है. इसलिए अधिकारियों के त्रुटियों को उन्हें अवगत कराया जाए और सुधार किया जाए. पार्षदों की मानदेय के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वो पहले भी विधानसभा में पार्षदों की इस समस्या को रख चुके हैं. यह काशीपुर का ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी नगर निगमों का मुद्दा है.