काशीपुर: जिलाधिकारी और जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग टीम ने कुंडेश्वरी में झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान कई क्लीनिकों पर वैध कागज नहीं मिलने पर उनको बंद करा दिया गया, जबकि तीन क्लीनिक संचालकों को नोटिस देकर तीन दिन के अंदर वैध कागजात दिखाने के निर्देश दिए गए हैं.
दरअसल, गली-मोहल्लों और ग्रामीण क्षेत्रों झोलाछाप डॉक्टरों क्लीनिक खोलकर प्रैक्टिस कर रहे हैं. जिसकी शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया गया. एलडी भट्ट अस्पताल के डॉक्टर अमरजीत सिंह साहनी के नेतृत्व में टीम ने कुंडेश्वरी क्षेत्र में छापेमारी की.
तीन क्लीनिक संचालकों को नोटिस ये भी पढ़ें:सेलंग गांव के जंगलों में लगी आग, वनकर्मियों ने बमुश्किल पाया काबू
इस दौरान टीम ने महादेव नगर में बालाजी क्लीनिक और लक्ष्मी क्लीनिक के संचालकों से आवश्यक दस्तावेज जांच के लिए मांगें. क्लीनिक संचालकों द्वारा दस्तावेज नहीं दिखाने पर दोनों क्लीनिक को बंद कराकर चाबी टीम ने अपने कब्जे में ले ली, जबकि महादेव नगर में ही दो क्लीनिक संचालक टीम को देखकर अपने-अपने क्लीनिक बंद करके रफू चक्कर हो गए.
वहीं, कुंडेश्वरी स्थित सिंह क्लीनिक, डॉ.अरुण मजूमदार क्लीनिक व सांई क्लीनिक के संचालक आवश्यक दस्तावेज दिखाने पर असमर्थ रहे. जिसके बाद तीनों क्लीनिक संचालकों को तीन दिन का नोटिस देकर कागजात दिखाने को कहा गया. अन्यथा क्लीनिक सील करने की चेतावनी दी गई है.
डॉ.साहनी ने बताया क्षेत्र में कई डॉक्टर आयुर्वेदिक व फार्मेसी की डिग्री के द्वारा मेडिकल प्रैक्टिस कर रहे हैं. प्रशासन ने ऐसे क्लीनिक संचालकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए आवश्यक दस्तावेजों नहीं मिलने पर क्लीनिक को सील करने के निर्देश दिए हैं.