उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

CAA और NRC से देशवासियों को घबराने की जरूरत नहीं: मदन कौशिक

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक पत्रकारों से मुखातिब हुए कहा कि पाकिस्तान, बंग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों का जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. ऐसे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए नागरिक संशोधन कानून बनाया गया है, न की देश के लोगों की नागरिकता छीनने के लिए.

Urban Development Minister Madan Kaushik News
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक

By

Published : Jan 4, 2020, 6:49 PM IST

रुद्रपुर:सीएए और एनआरसी को लेकर देशभर में चल रहे विरोध के बाद बीजेपी ने जनता को इस कानून के बारे में समझाने के लिए एक अभियान छेड़ा है. इसी क्रम में शनिवार को उत्तराखण्ड सरकार के मंत्री और प्रवक्ता मदन कौशिक रुद्रपुर पहुंचे थे. जहां उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए नागरिक संशोधन कानून 2019 की खूबियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि इस कानून का नागरिकता देने या लेने से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि देश के किसी भी व्यक्ति को इस कानून से घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

NRC को लेकर पत्रकारों से मुखातिब हुए मदन कौशिक.

शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि नागरिक संशोधन कानून 2019 राज्य सभा और लोकसभा में पास हो गया है. लेकिन सीएए और एनआरसी को लेकर कांग्रेस देश के अल्पसंख्यकों को गुमराह करने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि जब इस कानून पर सदन में चर्चा चल रही थी तो उस चर्चा का हिस्सा कांग्रेस पार्टी भी थी. देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा सभी के प्रश्नों के उत्तर सदन में दिए गए थे. बावजूद इसके कांग्रेस देश की जनता को गुमराह कर रही है.

वहीं, उन्होंने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी समुदाय के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बंग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों में अल्पसंख्यकों का जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. जिन्हें सुरक्षा देने के लिए ये कानून बनाया गया है. ताकि उन्हें भारत में नागरिकता मिल सके.

ये भी पढ़ें:नाजिम हत्याकांडः कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

इस कानून का मतलब धार्मिक उत्पीड़न के शिकार लोगों को भारतीय नागरिकता देना है, न की देश के लोगों की नागरिकता छीनना. उन्होंने जनता से अपील की है कि वह एनआरसी और सीएए को पहले ठीक से समझे और इस पर विचार करें.

ABOUT THE AUTHOR

...view details