काशीपुरः उधमसिंह नगर के काशीपर नगर निगम में बोर्ड बैठक आयोजित की गई. बैठक के एजेंडे में कर अनुभाग की ओर से 189 ट्रेड पर लाइसेंस शुल्क लगाने को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन कई ट्रेड पर कम लाइसेंस शुल्क तो कई ट्रेड पर औचित्यहीन लाइसेंस शुल्क लगाने को लेकर पार्षदों ने विरोध जताया. पार्षदों का कहना है जो ट्रेड अधिक आय कर रहे हैं, उन पर लाइसेंस शुल्क बढ़ाया जाए न कि छोटे ट्रेड से लाइसेंस शुल्क वसूला जाए.
नगर निगम सभागार में आयोजित बैठक में प्रस्तावित एजेंडे पर मेयर ऊषा चौधरी, नगर आयुक्त आकांक्षा वर्मा व एसएनए आलोक उनियाल की मौजूदगी चर्चा शुरू हुई. इस दौरान कर अधीक्षक संजय मेहरोत्रा ने सदन को बताया कि कर अनुभाग में वर्ष 1998 में बने वार्षिक लाइसेंस शुल्क में संशोधन करके अब 189 ट्रेड पर लाइसेंस शुल्क लगाया जा रहा है. जिसे सदन की ओर से अनुमोदन करना है.
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बैठक में कर अधीक्षक मेहरोत्रा ने सदन को बताया कि होटल व नर्सिंग होम्स में बैड के मुताबिक वार्षिक लाइसेंस शुल्क लगाया जा रहा है, लेकिन इसी दौरान कई कर अधीक्षकों की ओर से होटलों, रेस्टोरेंट, ढाबों, खानपान के ठेलों व अस्पतालों पर कैटेगरी के मुताबिक लाइसेंस शुल्क निर्धारित नहीं करने का विरोध जताया. उनका कहना है कि कई होटल व अस्पताल लोगों से काफी अधिक वसूली करते हैं, उसके मुताबिक लाइसेंस शुल्क काफी कम है.
वहीं, सभी मेडिकल स्टोरों को एक श्रेणी में रखा गया. जिस पर पार्षदों ने कहा कि नर्सिंग होम के मेडिकल स्टोर की अधिक आमदनी होती है तो मुख्य सड़क के मेडिकल स्टोर और गली-मोहल्ले के मेडिकल स्टोर की अलग-अलग आमदनी होती है. इसलिए कैटेगरी के मुताबिक ही लाइसेंस शुल्क घटाया और बढ़ाया जाए.