उत्तराखंड

uttarakhand

नगर निगम रुद्रपुर की बोर्ड बैठक रही हंगामेदार, नेता प्रतिपक्ष ने मेयर पर लगाए गंभीर आरोप

By

Published : Nov 5, 2022, 5:02 PM IST

रुद्रपुर नगर निगम की आज बोर्ड बैठक (Nagar Nigam Rudrapur board meeting) काफी हंगामेदार रही. इस दौरान पार्षदों ने मेयर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि मेयर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

रुद्रपुर: नगर निगम की बोर्ड बैठक (Nagar Nigam Rudrapur board meeting) में आज आहूत की गई, जिसमें कुल 30 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई. इस बैठक के दौरान काफी हंगामा भी हुआ. कांग्रेसी पार्षद मोनू निषाद ने बैठक में मेयर राम पाल सिंह पर कई गंभीर आरोप (made serious allegations against the Mayor) भी लगाए. उन्होंने कहा कि नगर निगम में जमकर कमीशनखोरी का धंधा चल रह है.

रुद्रपुर नगर निगम भी बोर्ड बैठक आज काफी हंगामेदार रही. वहीं, इस सरगर्मी के बीच बोर्ड बैठक में करीब 30 प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई. नगर निगम के नेता विपक्ष राजेंद्र निषाद उर्फ मोनू ने इस दौरान मेयर पर जमकर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मेयर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. ऐसे में नगर निगम मेयर का केवल फोटो खिंचवाने से काम नहीं चलेगा.

नगर निगम रुद्रपुर की बोर्ड बैठक रही हंगामेदार.

पढ़ें-रुद्रपुर पुलिस ने चलाया ऑपरेशन तूफान, दुनाली बंदूक और 47 कारतूस के साथ आरोपी गिरफ्तार

पार्षद ने कहा कि आज भी ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में पानी भरा हुआ है. उसे सुधारने के बजाय नगर निगम अनाप-शनाप जगह बजट को खपाने में जुटा हुआ है. इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र में फेल रहे डेंगू को लेकर भी पार्षदों द्वारा बैठक में जमकर हंगामा किया. कुछ पार्षदों द्वारा नालियों की सफाई को लेकर अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई गए.

पार्षदों ने कहा कि कई बार साफ सफाई करने को लेकर नगर निगम में शिकायत की गई लेकिन अबतक कोई साफ सफाई नहीं हो पाई है. इसके अलावा कई सड़कों और चौराहों के नाम भी धार्मिक व्यक्तिव, शहीदों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम से रखे गए.

पढ़ें-दिल्ली मेट्रो में नौकरी का झांसा देकर 12 लाख की ठगी, मुकदमा दर्ज

मेयर रामपाल सिंह ने बताया कि बोर्ड की बैठक में 30 प्रस्ताव पर मुहर लगी है. उन्होंने कहा कि जो आरोप नेता विपक्ष ने लगाए हैं, वो सभी निराधार हैं. बिना सबूत के किसी पर आरोप लगाना गंभीर बात है, ऐसे में पार्षद को चेतावनी दी गई है. अगली बार सदन में इस तरह की चर्चा हुई तो वह कानूनी कार्रवाई करने में परहेज नहीं किया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details