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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अब यादें शेष, काशीपुर से ये था रिश्ता... - प्रणब मुखर्जी

देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को 84 साल की उम्र में निधन हो गया. जिसके बाद से ही पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ कर रहे हैं. आइये जानें की दिवंगत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का काशीपुर से क्या रिश्ता था...

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काशीपुर आए थे दिवंगत प्रणब मुखर्जी.

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Published : Sep 1, 2020, 1:13 PM IST

Updated : Sep 1, 2020, 3:14 PM IST

काशीपुर: देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज हमारे बीच नहीं हैं. अब केवल उनकी स्मृति भर शेष रह गयी हैं. देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अपने राष्ट्रपति काल के दौरान आईआईएम काशीपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में उत्तराखंड के काशीपुर भी आए थे.

काशीपुर से ये था रिश्ता...

आपको बताते चलें कि बीते रोज देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दिल्ली में निधन हो गया. 84 वर्षीय प्रणब मुखर्जी बीते 10 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. देर शाम उनके पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी. प्रणव मुखर्जी अपने राष्ट्रपति काल के दौरान 17 मार्च 2013 को काशीपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के प्रथम दीक्षांत समारोह में शिरकत करने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे.

पढ़ें-पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन, सीएम, राज्यपाल और स्पीकर सहित कई नेताओं ने जताया दुख

आतंकवादियों से नहीं डरे निडर प्रणब

काशीपुर में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दौरे से पूर्व आईबी ने अपनी रिपोर्ट में राष्ट्रपति कार्यक्रम के दौरान आतंकी हमले की आशंका जताई थी. रिपोर्ट में कहा गया था कि वर्ष 2002 में काशीपुर के पास बाजपुर से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी गिरफ्तार किए गए थे. जबकि 2004 में चोरगलिया क्षेत्र में 18 माओवादियों को भी पकड़ा गया था, लेकिन इसके बावजूद भी प्रणब मुखर्जी ने अपना कार्यक्रम नहीं टाला था.

छात्र-छात्राओं को दिए थे ये संदेश

प्रणब मुखर्जी ने आईआईएम के द्वारा आयोजित पहले दीक्षांत समारोह में 37 छात्र-छात्राओं को डिग्री तथा 3 छात्रों को मेडल प्रदान किए थे. इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में छात्र-छात्राओं से विश्व के उद्योगों से मुकाबला करने के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया था. उन्होंने कहा था कि मानव विकास यदि तकनीक पर आधारित होगा तो अच्छे परिणाम होंगे. उन्होंने आईआईएम के तत्कालीन छात्र-छात्राओं से छोटे व्यवसायियों और किसानों को व्यवसाय एवं उपज बढ़ाने के लिए नए तरीके सिखाने का भी आह्वान किया था.

Last Updated : Sep 1, 2020, 3:14 PM IST

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