रुद्रपुर: सूबे की सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने के लाख दावे पेश करती हो, लेकिन हकीकत जमीनी हालात से कोसों दूर हैं. ताजा मामला रुद्रपुर का है, जहां 15 जनवरी को कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से अज्ञात बदमाशों ने कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा का अपहरण कर लिया था. इसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं, पुलिस की कई टीमों ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दी. पुलिस दबाव में बदमाश अमित मिश्रा को गाजियाबाद में छोड़कर रफूचक्कर हो गए.
रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के प्रीतबिहार से वार्ड नं 21 के कांग्रेसी पार्षद अमित मिश्रा के अपहरण कांड के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस ने अपहृत पार्षद के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दबिश दी. पुलिस दबाव में आकर बदमाश कांग्रेसी पार्षद को गाजियाबाद में छोड़कर फरार हो गए. इसके साथ ही पुलिस ने दावा किया है कि पार्षद को छोड़ने के एवज में किसी भी तरह की फिरौती बदमाशों को नहीं दी गई. पार्षद को छुड़ाने के लिए गाजियाबाद पुलिस की भी मदद ली गई थी.
पुलिस के अनुसार, 15 जनवरी को पार्षद को बदमाश एक कार में बैठाकर अपने साथ रामपुर होते हुए गाजियाबाद ले गए थे, जिसके बाद बदमाशों ने पार्षद के परिवारजनों से 20 लाख रुपये की फिरौती कि मांग की थी. घटना की जैसे ही जानकारी पुलिस को मिली तो जिले के 40 अधिकारियों और जवानों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया. इस दौरान पुलिस को बदमाशों की लोकेशन गाजियाबाद में मिली, जिसके बाद पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस की मदद से सभी रास्तों में नाकाबंदी कर दी.