किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ का धरना. रुद्रपुरः किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने ट्रांजिट कैंप पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं अपने समर्थकों के साथ विधायक बेहड़ धरने पर बैठ गए हैं. हालांकि, पुलिस प्रशासन ने विधायक बेहड़ को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे. पूरा मामला सत्संग के लिए सड़क किनारे टेंट लगा रहे लोगों को पुलिस की ओर से हटाने से जुड़ा है.
दरअसल, रुद्रपुर आवास विकास के गुरुद्वारे के पास सत्संग के लिए टेंट लगाया जा रहा था. जिसे हटाने के लिए ट्रांजिट कैंप पुलिस पहुंच गई और टेंट को हटाना शुरू कर दिया. जिस पर किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ से पुलिस की नोकझोंक हो गई. उन्होंने ट्रांजिट कैंप पुलिस पर उनके साथ अभद्रता के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि ट्रांजिट कैंप के थाना प्रभारी सुंदरम शर्मा लगातार मनमानी कर रहे हैं, उनकी तमाम शिकायतें भी आ रही हैं.
विधायक तिलक राज बेहड़ का कहना है कि उनके समर्थक रमेश कालड़ा सत्संग कार्यक्रम के लिए सड़क किनारे टेंट लगवा रहे थे. इसी बीच ट्रांजिट कैंप पुलिस मौके पर पहुंच गई और टेंट हटाने को कहा. सत्संग का कार्यक्रम सिर्फ दो घंटे का था. ऐसे में पुलिस से बाधा न डालने की अपील की गई. लेकिन पुलिस नहीं मानी और सुंदरम शर्मा भी वहां आ गए. लोगों ने इसकी सूचना उन्हें (तिलक राज बेहड़ को) दी.
ये भी पढ़ेंः'तिलक' के तेवरों का साइड इफेक्ट, करीब आई बीजेपी, 'बहकने' पर बढ़े कांग्रेस के 'हाथ'
विधायक बेहड़ ने बताया कि उन्होंने मामले को लेकर सुंदरम शर्मा से बात की, लेकिन बात नहीं बनी. आरोप है कि तिलक राज बेहड़ से अभद्रता की गई. लिहाजा, मामले को लेकर तिलक राज बेहड़ गुरुद्वारे के पास ही धरने पर बैठ गए. जिसके बाद बेहड़ के समर्थकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बेहड़ का कहना है कि जब तक सुंदरम शर्मा पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक वो धरने पर बैठे रहेंगे. उधर, बेहड़ के तमाम समर्थक भी घटनास्थल पर जुट गए हैं.
खटीमा में NHAI के खिलाफ ग्रामीणों का धरना. खटीमा में NHAI के खिलाफ ग्रामीणों का धरनाःखटीमा के कुटरी पहनिया बाईपास निर्माण में अनियमितताओं को लेकर बिगरबाग इलाके में ग्रामीणों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है कि कुटरी पहनिया बाईपास निर्माण में एनएचएआई की ओर से सुरक्षा मानकों में अनियमितता बरती गई है. कई बार शिकायत और धरने प्रदर्शन के बावजूद भी एनएचएआई के अधिकारी मामले में संजीदा नहीं हैं. बाईपास पर अभी तक एक्सीडेंटल जोन चिन्हित नहीं किए गए हैं न ही चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं. ऐसे में आए दिन लोग हादसे का शिकार होकर जान गंवा रहे हैं.